Black Moon ब्लैक मून एक खगोलीय घटना है। जब अंग्रेंजी कलेंडर में एक महीने में दो अमावस्याएं होती हैं दूसरी अमावस्या को ब्लैक मून कहा जाता है। इस दौरान चंद्रमा धरती और सूरज एक सीधी रेखा में होते हैं जिससे चंद्रमा दिखाई नहीं देता। ब्लैक मून 23 अगस्त 2025 को होगा।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। व्हाइट मून, रेड मून, ब्लू मून, पिंक मून यह तो आपने सुना ही होगा लेकिन क्या आप जानते हैं कि ब्लैक मून (Black Moon) भी होता है। सुनने में थोड़ा अजीब सा लग रहा है लेकिन हां यह सच है। यह खगोलीय घटना है।
वैसे तो 1 महीने में एक अमावस्या और एक पूर्णिमा होती है लेकिन जब अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार एक महीने में दो अमावस्या आती है तो दूसरी वाली अमावस्या को ब्लैक मून कहा जाता है। ब्लैक मून मासिक और सीजनल दोनों होता है।
चंद्रमा, धरती और सूरज तीनों एक रेखा में
दगअसल, अमावस्या के दिन चंद्रमा, धरती और सूरज एक सीधी रेखा में होते हैं, चंद्रमा का उजाला हिस्सा पृथ्वी से दूर होता है जिसकी वजह से वह दिखाई नहीं देता है। ब्लैक मून खुद तो दिखाई नहीं देता लेकिन चांद की रोशनी ना होने की वजह से वह सारे तारे और खगोलीय पिंड जो आमतौर पर चांदनी में छिप जाते हैं वह साफ दिखाई देने लगते हैं।
कब होगा ब्लैक मून?
इस बार ब्लैक मून की यह घटना 23 अगस्त 2025 को घटने वाली है। अगला मौसमी ब्लैक मून 20 अगस्त 2028 को और मासिक ब्लैक मून 31 अगस्त 2027 को होने की उम्मीद है अगर आप इस घटना को देखने से चूक जाते हैं तो आपको 2027 तक का इंतजार करना होगा। इससे पहले ब्लैक मून की ये खगोलीय घटना 19, मई 2023 को हुई घटी थी।
आपको बता दें कि सुपर मून या चंद्रग्रहण की उलट यह कोई ऐसी घटना नहीं है जिसे वास्तविक समय में देखा जा सके। अमावस्या के दौरान चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच में स्थित होता है इसलिए उसका उजला हिस्सा हमें दिखाई नहीं देता है।