इमेज कैप्शन, मेजर सैयद मोइज़ के जनाज़े की नमाज़ रावलपिंडी में अदा की गई….में
पाकिस्तान के दक्षिणी वज़ीरिस्तान ज़िले के सरारोग़ा इलाक़े में एक सैन्य अभियान के दौरान पाकिस्तानी सेना के मेजर सैयद मोइज़ अब्बास शाह की मौत हुई है.
मेजर मोइज़ वही अफ़सर हैं जिन्होंने साल 2019 में बालाकोट एयर स्ट्राइक के दौरान भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान को पकड़ने का दावा किया था.
मेजर सैयद मोइज़ अब्बास शाह की जनाज़े की नमाज़ रावलपिंडी में अदा की गई.
पाकिस्तानी सेना के सूचना विभाग (आईएसपीआर) के मुताबिक़, रावलपिंडी में उनके जनाज़े की नमाज में पाकिस्तान के फ़ील्ड मार्शल आसिम मुनीर और गृह मंत्री मोहसिन नक़वी भी शामिल हुए.
आईएसपीआर के अनुसार, फ़ील्ड मार्शल आसिम मुनीर ने इस मौक़े पर कहा कि मेजर सैयद मोइज़ ने (चरमपंथियों से) बहादुरी से लड़ाई लड़ी और ‘आख़िरकार अपने कर्तव्य का पालन करते हुए अपनी जान क़ुर्बान कर दी, जिससे बहादुरी, बलिदान और देशभक्ति की सर्वोच्च मिसाल कायम हुई है.’
जनाज़े की नमाज के बाद मेजर सैयद मोइज़ के पार्थिव शरीर को उनके घर भेज दिया गया, जहां उन्हें दफ़नाया जाएगा.
आईएसपीआर के मुताबिक़, ख़ुफ़िया जानकारी के आधार पर सुरक्षाबलों ने दक्षिणी वज़ीरिस्तान के सरारोग़ा इलाक़े में एक अभियान चलाया. सेना की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि इस अभियान के दौरान सुरक्षाबलों ने “आतंकवादियों के ठिकाने को निशाना बनाया और 11 आतंकवादियों को मार दिया और सात को घायल कर दिया.”
आईएसपीआर के मुताबिक़, ऑपरेशन का नेतृत्व करने वाले मेजर मोइज़ अब्बास शाह और लांस नायक जिबरानउल्लाह भीषण गोलीबारी में मारे गए.
वीडियो कैप्शन, अभिनंदन को जब राष्ट्रपति ने दिया वीर चक्र
मेजर सैयद मोइज़ कौन थे?
37 वर्षीय मेजर सैयद मोइज़ अब्बास शाह पाकिस्तान के चकवाल से हैं और 2011 में उन्हें पाकिस्तानी सेना में कमीशन मिला था.
अधिकारियों के अनुसार, उनकी कमीशन यूनिट सेवन एनएलआई थी. हालांकि, बाद में वह पाकिस्तान के स्पेशल सर्विसेज़ ग्रुप (एसएसजी) का हिस्सा बन गए और इस वक़्त वह वज़ीरिस्तान में सेवाएं दे रहे थे.
मेजर सैयद मोइज़ छह साल पहले भारत और पाकिस्तान में तब लोगों की नज़रों में आए थे, जब दोनों देश युद्ध के कगार पर थे और बालाकोट एयर स्ट्राइक के दौरान भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान को हिरासत में लिया गया था.
27 फ़रवरी 2019 को उनका एक वीडियो वायरल हुआ था. वह अन्य सैन्यकर्मियों के साथ नियंत्रण रेखा के पास के क्षेत्र में भारतीय पायलट अभिनंदन वर्तमान को गिरफ्तार करने पहुंचे थे, जो उस इलाक़े में गिरे थे.
वीडियो कैप्शन, जब पाकिस्तान में अभिनंदन बोले जय हिंद…
स्थानीय नागरिक मोहम्मद रज़्ज़ाक़ चौधरी ने अभिनंदन के विमान को दुर्घटनाग्रस्त होते और उन्हें पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में पैराशूट से उतरते देखा था.
उन्होंने उस समय बीबीसी को बताया था कि जब वह और अन्य ग्रामीण वहां पहुंचे, तो वहां जमा भीड़ ‘भारतीय पायलट पर पत्थरबाज़ी कर रही थी और अभिनंदन वहां से निकलने की कोशिश कर रहे थे.’
उनके मुताबिक़, विंग कमांडर अभिनंदन वहां से पास के नाले तक पहुंच गए, ‘लोगों ने उन्हें घेर लिया’ लेकिन उस समय कैप्टन सैयद मोइज़ के नेतृत्व में पाकिस्तानी सेना के जवान वहां पहुंच गए.
मोहम्मद रज़्ज़ाक़ चौधरी के मुताबिक़, भीड़ में से कुछ लोगों ने भारतीय पायलट अभिनंदन के साथ मारपीट की.
उस समय वायरल हुए वीडियो में देखा जा सकता था कि विंग कमांडर अभिनंदन के चेहरे पर ख़ून लगा हुआ था और उन्हें पाकिस्तानी सेना के जवान भीड़ से बाहर निकाल रहे थे.
मेजर मोइज़ ने बताया था घटना का विवरण
इमेज स्रोत, Hamid Mir/X
इमेज कैप्शन, मेजर मोइज़ की मौत के बाद साल 2020 में पाकिस्तानी पत्रकार हामिद मीर को दिया उनका इंटरव्यू वायरल हो रहा है
घटना के एक साल पूरे होने पर मेजर मोइज़ ने पाकिस्तानी चैनल जियो न्यूज़ के होस्ट हामिद मीर को बताया था कि जब वे भारतीय पायलट के पास पहुंचे तो उन्हें लोगों ने घेर लिया था.
हामिद मीर के साथ उनका यह वीडियो मंगलवार शाम से सोशल मीडिया पर वायरल है, जिसमें मेजर सैयद मोइज़ कह रहे हैं, “यह एक कठिन इलाक़ा है और ऐसे ऑपरेशन समयबद्ध होते हैं. इसलिए हमें पायलट को जल्द से जल्द गिरफ़्तार करना था और हमारी प्राथमिकता उन्हें ज़िंदा पकड़ना था.”
मेजर मोइज़ ने इंटरव्यू के दौरान यह भी बताया कि जब वे विंग कमांडर अभिनंदन के क़रीब पहुँचे, तो उन्होंने देखा कि “नागरिक उन पर टूट पड़े थे.”
उस समय मेजर सैयद मोइज़ कैप्टन के पद पर थे. उन्होंने कहा था, “जैसे ही मैं उनके (भारतीय पायलट) पास पहुँचा, उन्होंने मेरी रैंक देखी और कहा, ‘कैप्टन, मैं भारतीय वायु सेना का विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान हूँ और मैं आत्मसमर्पण करता हूँ, कृपया मुझे बचा लें.’ इसलिए इसे देखते हुए, अब यह (अभिनंदन की सुरक्षा) मेरी पेशेवर ज़िम्मेदारी थी क्योंकि उन्होंने आत्मसमर्पण कर दिया था.”
गौरतलब है कि पाकिस्तानी सेना की हिरासत में अभिनंदन का एक वीडियो जारी किया गया था, जिसमें सवाल पूछे जाने पर अभिनंदन अपना नाम और रैंक बताते हैं और कहते हैं कि उनके साथ अच्छा व्यवहार किया गया है.
वह कहते हैं, “पाकिस्तानी सेना ने मेरा ख़याल रखा है. शुरू में एक कैप्टन ने मुझे भीड़ और सैनिकों से बचाया.”
पाकिस्तान ने एक दिन बाद यानी 1 मार्च को अभिनंदन को रिहा कर दिया था और वाघा बॉर्डर के रास्ते उन्हें भारत वापस भेज दिया था.
मेजर सैयद मोइज़ अब्बास शाह के घर में उनकी पत्नी और दो बेटे हैं.
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित