आज 79वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से 12वीं बार देश को संबोधित किया। उन्होंने आत्मनिर्भरता पर जोर दिया और युवाओं के लिए PM विकसित भारत रोजगार योजना की घोषणा की। मोदी ने युवाओं को आत्मनिर्भर बनने और वोकल फॉर लोकल को साकार करने का मंत्र दिया। उन्होंने कहा कि हमें अपनी लकीर लंबी करनी है और वैश्विक प्रतिस्पर्धा में आगे बढ़ना है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश आज 79वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 12वीं बार लाल किला से देश ने नाम अपना संबोधन दिया। इस दौरान पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर से लेकर आत्मनिर्भरता तक पर बात की।
अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने देश के लिए कई योजनाओं का भी एलान किया। इस दौरान पीएम मोदी ने युवाओं के लिए PM विकसित भारत रोजगार योजना’ का ऐलान भी किया। इसके साथ पीएम मोदी ने देश के युवाओं को एक मंत्र भी दिया।
जानिए देश के युवाओं से क्या बोले पीएम मोदी?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के युवाओं से कहा कि हमे आत्मनिर्भर होने की जरूरत है। इस दौरान पीएम ने कहा कि आत्मनिर्भर बनने के लिए हमें बेस्ट होना है। उन्होंने कहा कि यही समय की मांग है इसलिए मैं आज बार-बार आग्रह कर रहा हूं और देश के सभी इंफ्यूलएंसर्स से कहना चाहता हूं कि आइए, ये किसी राजनतीकि दल का एजेंडा नहीं है।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत हम सबका है, हमें मिलकर वोकल फॉर लोकल मंत्र को साकार करना है। उन्होंने कहा कि आने वाला युग EV का है, दाम कम, दम ज्यादा का मंत्र होना चाहिए। हमें प्रॉडक्शन की लागत भी घटानी होगी।
‘किसी की लकीर छोटी न करें , अपनी लकीर बड़ी करें’
पीएम मोदी ने देश के लोगों को खास संदेश देते हुए कहा कि हमें किसी की भी लकीर छोटी नहीं करनी है। उन्होंने कहा कि किसी की लकीर को छोटा करने में हमें अपनी ऊर्जा नहीं खपानी है। हमें खुद की लकीर लंबी करनी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर हम अपनी लकीर को लंबी करते हैं, तो दुनिया भी लोहा मानेगी और ऐसे समय में जब वैश्विक कंप्टीशन बढ़ रही है, आर्थिक स्वार्थ बढ़ रहा है तो समय की मांग है कि हम उन संकटों पर रोते नहीं रहें बल्कि हिम्मत के साथ अपने रास्ते पर आगे बढ़ते रहे।
‘फिर हमें कोई स्वार्थ अपने चंगुल में नहीं फंसा सकता’
प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर हमने ये रास्ता चुन लिया तो फिर कोई स्वार्थ हमें अपने चंगुल में नहीं फंसा सकता। पीएम ने कहा कि बीता दशक रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म का रहा है, लेकिन अब हमें और नई ताकत से जुटना है।