रॉयल नेवी का F-35B स्टील्थ फाइटर जेट 48 घंटे बाद भी केरल में खड़ा है। खराब मौसम और ईंधन की कमी के कारण इसकी आपात लैंडिंग हुई थी। भारतीय वायुसेना ने इसे डिटेक्ट कर लिया। मरम्मत के बाद इसे ब्रिटिश वॉरशिप पर भेजा जाएगा। वायुसेना का कहना है कि किसी विदेशी स्टील्थ फाइटर जेट का इतने समय तक भारत में खड़े रहना असामान्य है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रॉयल नेवी का F-35B स्टील्थ फाइटर जेट 48 घंटे बाद भी केरल में ही खड़ा है। रविवार को इस लड़ाकू विमान की आपातकालीन लैंडिग हुई थी। खराब मौसम और ईंधन की कमी के कारण इस विमान की आपात लैंडिंग कराई गई थी।
दरअसल, ये विमान भारतीय एअर स्पेस के बाहर रूटीन उड़ान भर रहा था। इस दौरान विमान ने तिरुवनंतपुरम को पहले से ही आपात लैंडिंग एयरफील्ड के रूप में चुना था। इसके तुरंत बाद इंडियन एअरफोर्स के आईएसीसीएस नेटवर्क ने उसको ट्रैक कर लिया, फिर पहचाना इसके बाद लैंडिंग की क्लियरेंस दी।
एअरपोर्ट पर खड़ा है F-35B
बता दें कि इमरजेंसी लैंडिंग के कुल 48 घंटे बाद भी ये पांचवीं जनरेशन का लड़ाकू विमान केरल के तिरुवनंतपुरम एअरपोर्ट पर खड़ा है। यहां पर इसकी जांच, मरम्मत और ईंधन भरने का काम लगभग पूरा किया जा चुका है। बताया जा रहा है कि कुछ समय बाद इस विमान को ब्रिटिश वॉरशिप एचएमएस प्रिंस ऑफ वेल्स पर भेजा जा सकता है।
भारतीय वायुसेना के अनुसार, F-35 सुरक्षित है। इसको ठीक करने का काम जारी है। जल्द ही यह उड़ान भर सकेगा। बता दें कि भारत की इस काम के लिए वैश्विक स्तर पर सराहना हो रही है।
अमेरिका के दावों की खुली पोल
बताया जाता रहा है कि F-35B एक पांचवीं जनरेशन का स्टील्थ मल्टीरोल जेट है। अमेरिका और इंग्लैंड की ओर से हमेशा ये दावा रहा है कि इस विमान को रडार भी डिडेक्ट नहीं कर पाता। हालांकि, भारतीय वायुसेना ने चुटकी में इस लड़ाकू विमान को डिटेक्ट कर लिया। इसके साथ ही IACCS ने एफ-35 को डिटेक्ट करने के साथ पहचान भी कर लिया।
IAF ने बताया एक असाधारण घटना
इस बीच भारतीय वायुसेना ने इस विमान की इमरेजेंसी लैंडिंग और लंबे समय तक उड़ान ना भरने की घटना को असामान्य बताया है। वायुसेना का कहना है कि किसी विदेशी स्टील्थ फाइटर जेट का 48 घंटे से भी ज्यादा समय से भारत में खड़े रहा एक असाधारण घटना है। आईएएफ ने कहा कि वह विमान को सहायता प्रदान कर रही है।
बेहद खास है ये लड़ाकू जेट
जानकारी के अनुसार, F-35B एक पांचवीं जनरेशन का स्टील्थ मल्टीरोल जेट है, जो वर्टिकल लैंडिंग और शॉर्ट टेक-ऑफ कर सकता है। यह बेहद उन्नत सेंसर, रडार ने बचने की तकनीक और उच्च मारक क्षमता से लैस है। इसे दुनिया का सबसे घातक फाइटर जेट माना जाता है।