अहमदाबाद में एअर इंडिया विमान दुर्घटना के 99 पीड़ितों की डीएनए जांच से पहचान हो चुकी है। इनमें से 64 शव जिनमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल हैं उनके परिवारों को सौंप दिए गए हैं। रूपाणी उस बोइंग विमान में थे जो उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। अधिकारियों ने बताया कि डीएनए मिलान प्रक्रिया में देरी हो रही है।
पीटीआई, अहमदाबाद। एअर इंडिया विमान हादसे में जान गंवाने वाले 125 पीड़ितों की पहचान डीएनए टेस्ट के जरिए अब तक हो गई है और इनमें से गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी समेत 64 शव उनके परिवारों को सौंप दिए गए हैं।
रूपाणी भी एअर इंडिया के उस बोइंग ड्रीमलाइनर विमान एआइ-171 में सवार थे जो 12 जून को दोपहर 1:39 बजे अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही क्षणों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
कुल 275 लोगों की मौत
इस हादसे में विमान में सवार 242 लोगों में से 241 लोगों सहित कुल 275 लोगों की जान गई थी। अधिकारियों ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री का शव उनकी पत्नी अंजलि रूपाणी और अन्य परिवार के सदस्यों को शहर के सिविल अस्पताल में सौंपा गया।
उन्होंने बताया कि हादसे में अधिकांश शव बुरी तरह जल गए हैं या क्षतिग्रस्त हो गए हैं, उनकी पहचान के लिए डीएनए टेस्ट किए जा रहे हैं। सिविल अस्पताल के सुपरिटेंडेंट डॉ. राकेश जोशी ने कहा,”अब तक 125 डीएनए टेस्टों का मिलान हो चुका है और इनमें से 64 शव उनके परिवारों को सौंप दिए गए हैं।”
परिजनों से अपील
उन्होंने शोक संतप्त परिजनों से अपील की कि वे डीएनए नमूनों के शवों के साथ मिलान की प्रक्रिया में हो रही कुछ देरी को लेकर घबराएं नहीं। उन्होंने कहा कि हम इस प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं।
दिन-रात काम कर रही 54 सदस्यीय DNA विशेषज्ञ टीम
मिड-डे के अनुसार, हादसे के बाद पिछले चार दिनों से फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) की टीम मृतकों की शिनाख्त करने करने के लिए दिन-रात डीएनए टेस्ट और उनका मिलान करने के जटिल कार्य में जुटी हुई है।