पाकिस्तानी सेना का रियल एस्टेट बाजार में बड़ा कंट्रोल है। सेना कई बड़े संगठन चलाती है, जैसे कि फौजी फाउंडेशन, आर्मी वेलफेयर ट्रस्ट, शाहीन फाउंडेशन और बहरिया फाउंडेशन। हालांकि, इन्हें कल्याणकारी संस्थान कहा जाता है। लेकिन, ये बिजनेस कॉरपोरेशन की तरह काम करते हैं। मशहूर पाकिस्तानी लेखिका आयशा सिद्दीका ने अपनी किताब ‘मिलिट्री इंक: इनसाइड पाकिस्तान’स मिलिट्री इकोनॉमी’ में बताया है कि सेना की व्यावसायिक जड़ें कितनी गहरी हैं।
सीमेंट से डेयरी तक सेना कई सेक्टरों में शामिल
सीमेंट और बैंकिंग से लेकर डेयरी, ट्रांसपोर्ट और खासकर रियल एस्टेट तक सेना कई क्षेत्रों में शामिल है। कराची, लाहौर और इस्लामाबाद जैसे शहरों में राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर ली गई जमीन को लाभदायक हाउसिंग प्रोजेक्ट में बदल दिया गया है। डिफेंस हाउसिंग अथॉरिटी (DHA) सेना की ओर से चलाए जाने वाले सबसे प्रसिद्ध रियल एस्टेट ब्रांडों में से एक है। इसका मूल्य अरबों डॉलर में है।
कितनी है मुनीर की नेटवर्थ?
अनुमानों के अनुसार, सेना के व्यवसायों की कुल कीमत आज 40 से 100 अरब अमेरिकी डॉलर के बीच हो सकती है। जनरल असीम मुनीर की बात करें तो उसकी कुल संपत्ति लगभग 8,00,000 अमेरिकी डॉलर (6.7 करोड़ रुपये) है।
पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर की भूमिका सवालों के घेरे में रही है। हमले से पहले मुनीर ने कश्मीर को लेकर भड़काऊ भाषणबाजी की थी। पहलगाम हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी। भारतीय सेना ने 7 मई को इसका बदला लिया। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाते हुए सटीक हमले किए।