पूर्णिया डीएम ने उठाया अहम कदम
सबसे ज्यादा 5908 आवेदन पूर्णिया पूर्व में, 3174 केनगर में और 2733 अमौर में लंबित हैं। डीएम ने जांच में पाया कि कई आवेदन तो अधिकारियों के पास ही महीनों से पड़े हैं। उदाहरण के लिए, पूर्णिया पूर्व में 4888 आवेदन अंचलाधिकारी के पास, 463 अंचल निरीक्षक के पास और 593 आवेदन एक राजस्व कर्मचारी के पास अटके थे। इसी तरह केनगर में 2632 आवेदन अंचलाधिकारी के पास, 305 अंचल निरीक्षक के पास और 161 आवेदन एक राजस्व कर्मचारी के पास लंबित मिले।
काम लटकाने वाले कर्मचारी-अफसर होशियार
अमौर में भी 1775 आवेदन अंचलाधिकारी और 153 आवेदन एक राजस्व कर्मचारी के पास अटके थे। डीएम ने इन तीनों अंचलों के अधिकारियों से जवाब तलब किया है। साथ ही, उन्होंने यह भी जानना चाहा है कि आखिर इतनी देरी क्यों हो रही है। डीएम ने कहा कि अगर जांच में पता चला कि ये देरी जान बूझ कर की गई या जा रही है तो इससे जुड़े कर्मचारी और अफसर कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने सभी सीओ को निर्देश दे दिया है कि आते ही आवेदनों का निपटारा उसी दिन किया जाए।
दलाल कल्चर नहीं चलेगा!
एक स्थानीय अखबार की खबर के अनुसार डीएम ने सभी अधिकारियों की रैंकिंग के आधार पर समीक्षा भी की। इसमें बनमनखी के अधिकारी पहले स्थान पर रहे, जबकि धमदाहा दूसरे, बायसी तीसरे और पूर्णिया सदर के अधिकारी आखिरी स्थान पर रहे। डीएम ने सभी अधिकारियों को एक हफ्ते के अंदर अपने कामकाज में सुधार लाने को कहा है। डीएम ने सभी वरिष्ठ अधिकारियों को भी निर्देश दिए हैं कि वे लगातार औचक निरीक्षण करें और देखें कि कहीं बिचौलिये या दलाल तो सक्रिय नहीं हैं। डीएम ने कहा कि किसी भी हाल में बिचौलिया परिपाटी को कबूल नहीं किया जा सकता है। कुल मिलाकर पूर्णिया डीएम के इस कदम से आम लोगों में खुशी है।