बिहार प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह की छुट्टी हो गई है। उनकी जगह दलित समुदाय से आने वाले विधायक राजेश कुमार को कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। बिहार विधानसभा चुनाव में अभी लगभग 7 महीने बाकी हैं और नए प्रदेश प्रभारी को बदलने के बाद अब बिहार प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष भी पार्टी आलाकमान ने बदल दिया है। राजेश कुमार औरंगाबाद जिला के कुटुम्बा के विधायक हैं।
यह खबर भी पढ़िए –Bihar: तेजस्वी यादव ने यह क्या किया? गिरिराज सिंह को कूदना पड़ा मैदान में, शिवराज सिंह चौहान को लिखी चिट्ठी
पार्टी के अंदर ही हो रहा था विरोध, लगे कई गंभीर आरोप
कांग्रेस पार्टी में अखिलेश सिंह ला लगातार विरोध हो रहा था। उनके ही कार्यकर्ता उनपर गंभीर आरोप लगा रहे थे। यह अन्तः विरोध काफी दिनों से चल रहा था। उनके कार्यकर्ताओं का आरोप था कि कई जगह उन्होंने पार्टी का कार्यालय और जमीन उन्होंने बेच दी। साथ ही साथ में काम करने वाले कार्यकर्ताओं के साथ उनका व्यवहार भी काफी खराब थे। इसके अलावे अन्य कई कारण थे, जिस वजह से उनका लगातार विरोध हो रहा था।
राहुल गांधी और सोनिया गांधी तक पहुंची थी शिकायत
पटना के बापू सभागार में राहुल गांधी का कार्यक्रम था। कार्यक्रम के दौरान कई कांग्रेस के नेता गेट पर बड़े-बड़े बैनर लेकर बिहार प्रदेश कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद के खिलाफ नारे लगाये जा रहे थे। इस संबंध में वहां मौजूद कार्यकर्ता उनपर गबन करने और तानाशाह होने का आरोप लगा रहे थे। कार्यकर्ता यह भी कह रहे थे कि हमने अखिलेश सिंह के कारनामों की शिकायत आला कमान यानी सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी तक पहुंचाई है। उनलोगों ने आश्वासन भी दिया है कि जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। अब आज कांग्रेस पार्टी ने अखिलेश प्रसाद सिंह की छुट्टी कर दी है।
यह खबर भी पढ़िए – Bihar Police : अपराधियों ने दी बड़ी चुनौती, पटना में एक करोड़ की लूट; अब सीसीटीवी खंगाल रही पुलिस
राजेश कुमार को बिहार प्रदेश कांग्रेस के नये अध्यक्ष बनाने के पीछे क्या है मंशा
राजेश कुमार उर्फ़ राजेश राम को कांग्रेस पार्टी ने बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाया है। वह औरंगाबाद जिले के कुटुंबा विधानसभा क्षेत्र से पिछले दो बार से लगातार विधायक रह रहे हैं। राजेश राम को बिहार प्रदेश कांग्रेस के नये अध्यक्ष बनाये जाने की जानकारी कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने मंगलवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए दी है। चूंकि इसी वर्ष बिहार विधान सभा के चुनाव होने हैं, इसलिए कांग्रेस पार्टी ने अनुसूचित जाति से आने वाले राजेश राम को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। कांग्रेस पार्टी के द्वारा उनका चुनाव करने के पीछे विहार विधान सभा चुनाव भी माना जाता है, ताकि जाती विशेष के वोट को खींचा जा सके। दूसरी तरफ उनकी गिनती
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में भी की जाती है।