केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) ने पंजाब पुलिस के रोपड़ रेंज के डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर को रिश्वत मामले में वीरवार को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि डीआईजी ने बिचौलिए के जरिए फतेहगढ़ साहिब में मंडी गोबिंदगढ़ के स्क्रैप कारोबारी से 8 लाख की रिश्वत मांगी थी। डीआईजी भुल्लर 2007 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। डीआईजी भुल्लर के पिता महल सिंह भुल्लर पंजाब के डीजीपी रह चुके हैं।
सीबीआई ने ट्रैप लगाकर डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर को सेक्टर-21 चंडीगढ़ से 8 लाख रुपये रिश्वत लेते दबोचा। डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर और बिचौलिए कृष्णू को शुक्रवार को सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा। जहां सीबीआई दोनों के रिमांड की मांग करेगी।
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डीआईजी के घर पर मिला कैश।
– फोटो : अमर उजाला
सीबीआई चंडीगढ़ की 8 टीमों ने मामले में वीरवार को अंबाला, मोहाली, चंडीगढ़ और रोपड़ सहित 7 ठिकानों पर रेड की। डीआईजी भुल्लर के ऑफिस, घर, फार्म हाउस और अन्य ठिकानों को सीबीआई ने खंगाला। मोहाली स्थित कॉम्पलेक्स ऑफिस और चंडीगढ़ के सेक्टर-40 के मकान नंबर-1489 में सीबीआई की टीम सुबह से रिश्वत के मामले में जांच करती रही। सीबीआई ने इस मामले में भुल्लर के बिचौलिए कृष्णू को भी गिरफ्तार किया है, जोकि डीआईजी के कहने पर स्क्रैप डीलर से उसके खिलाफ दर्ज एफआईआर पर कार्रवाई नहीं करने के एवज में हर महीने मंथली वसूलने जाता था।
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डीआईजी भुल्लर के घर पर मिले सोने के गहने।
– फोटो : अमर उजाला
डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर के घर से सीबीआई ने रेड में ये की बरामदगी
5 करोड़ नकदी। अभी नकदी की गिनती जारी है।
1.5 किलोग्राम सोना सहित अन्य गहने।
पंजाब, चंडीगढ़ में अचल संपत्तियों के दस्तावेज।
मर्सिडीज और ऑडी लग्जरी गाड़ियों की चाबी।
22 महंगी व बेशकीमती घड़ियां।
लॉकर की चाबियां।
40 लीटर विदेश शराब।
हथियारों में एक डबल बैरल गन, एक पिस्टल, एक रिवॉल्वर, एक एयरगन और बुलेट्स।
बिचौलिये कृष्णू के घर से सीबीआई ने रेड कर 21 लाख रुपये कैश बरामद किया।
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लाखों की कीमत वाली घड़ियां मिली।
– फोटो : ANI
डीआईजी और बिचौलिये ने कबूले आरोप
डीआईजी भुल्लर और बिचौलिये कृष्णू ने सीबीआई की पूछताछ में रिश्वत की बात कबूल ली है। सीबीआई ने जब इस मामले में डीआईजी भुल्लर के सेक्टर-40 स्थित मकान नंबर-1489 में रेड की तो वहां करोड़ों रुपये के संपत्तियों के कागजात, भारी मात्रा में सोना, गहने और कैश बरामद किया है। सीबीआई को कैश गिनने के लिए कई मशीनें मंगवानी पड़ीं।