सीबीआई के पास रिश्वतखोरी का चौंकाने वाला केस
सीबीआई ने बताया कि गिरफ्तार आरपीएफ के आरोपी इंस्पेक्टर का नाम सामराज है। वह यूपी गोंडा के मनकापुर रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ में बतौर इंस्पेक्टर तैनात है। सीबीआई ने बताया कि इस मामले में मृतक के परिवार की तरफ से उनके लखनऊ ब्रांच ऑफिस में शिकायत की गई थी। शिकायत में मृतक के भाई ने सीबीआई को बताया था कि उसके भाई की 30 अगस्त 2024 को रेलवे एक्सीडेंट में मौत हो गई थी। उसका इंश्योरेंस क्लेम करने के लिए रेलवे की तरफ से मेमो की जरूरत थी। जिसके लिए उन्होंने मनकापुर रेलवे स्टेशन में आरपीएफ इंस्पेक्टर साम राज से संपर्क किया।
मृतक के लिए मेमो जारी करने को लेकर मांगी रिश्वत
आरोप है कि आरपीएफ इंस्पेक्टर ने पहले मृतक के लिए मेमो जारी करने के लिए पांच हजार रुपए की रिश्वत मांगी। लेकिन बाद में इस रकम को बढ़ाकर उसने 15 हजार रुपए कर दिया। रिश्वत की यह रकम वह रेलवे इंस्पेक्टर को नहीं देना चाहते थे। लेकिन आरोप है कि इंस्पेक्टर उनके उपर दबाव बना रहा था कि अगर उन्होंने रिश्वत की यह रकम नहीं दी तो वह उन्हें आरपीएफ की तरफ से मेमो के रूप में वह दस्तावेज जारी नहीं करेगा, जिससे उन्हें इंश्योरेंस क्लेम मिलने में आसानी होगी।
सीबीआई ने दर्ज किया मुकदमा, फिर बिछाया जाल
मिली शिकायत की गंभीरता देखते हुए इस मामले में सीबीआई ने तुरंत एक मार्च को मुकदमा दर्ज कर लिया। इसके बाद आरोपी आरपीएफ इंस्पेक्टर को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया। फिर सीबीआई की टीम ने आरोपी इंस्पेक्टर को उस वक्त दबोच लिया। जब वह कथित तौर पर रिश्वत की रकम ले रहा था।