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Cds General Anil Chauhan,8 घंटे में पाकिस्तान को घुटने पर लाया, हमारा ड्रोन सिस्टम मजबूत… CDS अनिल चौहान ने पड़ोसी के सरेंडर की कहानी बताई – cds general anil chauhan says pakistan drone capability much weaker than india operation sindoor pahalgam terror attack

Byadmin

Jun 3, 2025


नई दिल्ली: सीडीएस अनिल चौहान ने आज कहा कि पाकिस्तान की ड्रोन क्षमता भारत के मुकाबले काफी कमजोर है। उन्होंने एक बार फिर पाकिस्तान पर पलटवार के दौरान भारतीय सेना को नुकसान का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि पेशेवर सेना नुकसान से नहीं घबराती है। सीडीएस ने कहा कि नुकसान से ज्यादा परिणाम अहम है। सीडीएस ने पुणे में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि सबसे ज्यादा अहम ये है कि पाकिस्तान आतंकवाद पर लगाम लगाए। भारत एटमी हमले की धमकी बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि पहलगाम में जो कुछ हुआ, वह हद दर्जे की क्रूरता थी।

सीडीएस बोले- रिस्क तो हमेशा रहता है

सीडीएस ने पुणे में ‘फ्यूचर वॉर एंड वॉरफेयर’ पर आयोजित एक सेमिनार में कहा कि भारत और पाकिस्तान दोनों कई तरह की क्षमताएं हासिल की हैं। ऐसे में रिस्क तो हमेशा ही रहता है। युद्ध के मैदान में क्षमता का टेस्ट होता है। हमेशा यहां रिस्क होता है लेकिन जब तक आप रिस्क नहीं लेते सफल नहीं हो सकते हैं। हमें पता है कि हमारे पास अच्छे काउंटर ड्रोन सिस्टम है।

पाकिस्तान की मंशा का जनरल अनिल चौहान ने किया खुलासा

सीडीएस अनिल चौहान ने कहा कि 9 मई की देर रात करीब एक बजे पाकिस्तान की मंशा 48 घंटे में भारत को घुटनों पर लाने की थी। पाकिस्तान ने कई हमले किए। उन्होंने इस संघर्ष को बढ़ाया। हमने तो केवल आतंकी ठिकानों पर हमला किया था। पाकिस्तान ने सोचा था कि उनका ऑपरेशन 48 घंटे चलेगा, लेकिन हमने इसे 8 घंटे में ही ध्वस्त कर दिया। इसके बाद उन्होंने सीधे भारत को फोन लगाया और कहा कि हम बात करना चाहते हैं।

पहलगाम अटैक से शुरू हुआ टकराव

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने कहा कि इस टकराव की शुरुआत पहलगाम में हुए आतंकी हमले से हुई थी। क्या आतंकवाद को युद्ध का सही तरीका माना जा सकता है? मुझे नहीं लगता, क्योंकि आतंकवाद का कोई तय नियम नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि हमारे दुश्मन ने भारत को ‘हजार घाव देने’ का फैसला किया, इसका मतलब है कि वो भारत को लगातार नुकसान पहुंचाना चाहते हैं।

जनरल चौहान ने किया 1965 का जिक्र

जनरल चौहान ने 1965 की बात का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जुल्फिकार अली भुट्टो ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भाषण देते हुए भारत के खिलाफ ‘हजार साल की जंग’ का ऐलान किया था। इसका मतलब है कि वो भारत के साथ बहुत लंबे समय तक दुश्मनी रखना चाहते थे। सीडीएस ने पुणे में ‘फ्यूचर वॉर एंड वॉरफेयर’ पर आयोजित सेमिनार में कहा कि भारत और पाकिस्तान दोनों कई तरह की क्षमताएं हासिल की हैं।

नुकसान महत्वपूर्ण नहीं, परिणाम अहम- CDS

सीडीएस अनिल चौहान ने कहा कि युद्ध के मैदान में क्षमता का टेस्ट होता है। हमेशा यहां रिस्क होता है लेकिन जब तक आप रिस्क नहीं लेते सफल नहीं हो सकते। नुकसान महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि परिणाम अहम है। पेशेवर सैन्य बलों पर नुकसान का कोई असर नहीं पड़ता। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के पीछे सोच यही थी कि पाकिस्तान को प्रायोजित आतंकवाद रोकना होगा। हमें पता है कि हमारे पास अच्छे काउंटर ड्रोन सिस्टम हैं।

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