Lunar Eclipse in India 7 सितंबर 2025 को भारत में चंद्र ग्रहण है। यह रात 09.58 बजे शुरू होकर 8 तारीख को 1 बजकर 26 मिनट पर समाप्त होगा। ग्रहण के दौरान गुरू मंत्र गायत्री मंत्र ॐ नमः शिवाय या हरे कृष्ण महामंत्र का जाप करना शुभ माना जाता है। रामायण और हनुमान चालीसा का पाठ भी कर सकते हैं।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। खास बात ये है कि इस चंद्र ग्रहण का अद्भुत नजारा भारत में (Lunar Eclipse in India) भी देखने को मिलेगा। यह इस बार एक साथ पूरे देश में दिखाई देगा। ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि ग्रहण के दौरान किए गए पूजा पाठ का दोगुना फल प्राप्त होता है।
खास बात ये है कि इस चंद्र ग्रहण का अद्भुत नजारा भारत में भी देखने को मिलेगा। यह इस बार एक साथ पूरे देश में दिखाई देगा। ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि ग्रहण के दौरान किए गए पूजा पाठ का दोगुना फल प्राप्त होता है।
चंद्र ग्रहण को दौरान क्या करें?
ये तो आपको पता चला गया कि ग्रहण के दौरान पूजा पाठ का विशेष महत्व होता है, लेकिन अब मन में प्रश्न उठना स्वभाविक है कि कौन सी पूजा करें या क्या पूजा पाठ करें।
इन मंत्रों के जाप से होने विशेष लाभ
तो आपको बता दें कि चंद्र ग्रहण के दौरान आप ‘गुरू मंत्र’, ‘गायत्री मंत्र’, ‘ॐ नमः शिवाय’, मंत्र या फिर ‘हरे कृष्ण-हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे-हरे, हरे राम-हरे राम, राम-राम हरे-हरे’, इस महामंत्र का जाप कर सकते हैं।
ऐसा करने से आपका मन को शांत रहेगा ही साथ ही नकारात्मकता से भी दूर रहेंगे। ग्रहण के दौरान इन मंत्रों के जाप से जातकों को विशेष फल की प्राप्ति होती है।
ग्रहण के दौरान करें भगवान का भजन
चंद्र ग्रहण के दौरान भगवान का भजन करना चाहिए। मंत्र जाप, नाम जप, भजन-कीर्तन, भगवान के नाम का सुमिरन और ध्यान करना चाहिए। इस दौरान मंदिर के कपाट बंद हो जाते हैं। ग्रहण की समाप्ति के बाद घर की शुद्धि की जाती है। अगर आप पूरे घर को पानी से न धो सकें तो गंगा जल का छिड़काव अवश्य कर लें।
रामायण-हनुमान चालीसा का करें पाठ
चंद्र ग्रहण के दौरान जातक अपने घरों में रामायण, रामचरितमानस, हनुमान चालीसा का पाठ कर सकते हैं। ऐसा करने से आपका मन शांत और शुद्ध रहेगा और आप पर ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा।
क्या है कहता है विज्ञान?
वैज्ञानिकों की मानें तो पूर्ण चंद्र ग्रहण रात 11 बजकर एक मिनट से शरू होकर रात 12 बजकर 23 मिनट तक चलेगा। कुल मिलाकर 82 मिनट तक पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा। ग्रहण के दौरान चंद्रमा पृथ्वी की छाया से होकर गुजरता है, जिस कारण चंद्रमा हल्का लाल रंग का दिखाई देता है।