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Chinese Company,क्या बंद हो जाएंगे Starbucks और McDonald’s के स्टोर? कई देशों में चीन की कंपनी से मिल रही कड़ी टक्कर – chinese food and beverage brand mixue bingcheng overtaking starbucks and mcdonald’s

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Mar 16, 2025


नई दिल्ली: इस समय चीन के एक ब्रांड ने अमेरिका की बड़ी-बड़ी कंपनियों को टक्कर मिल रही है। यह ब्रांड भारत समेत दुनिया के कई देशों में तेजी से पैर पसार रहा है। इसका नाम मिक्स्यू बिंगचेंग (Mixue Bingcheng) है। यह पेय पदार्थ कंपनी है। देखते ही देखते यह दुनिया की सबसे बड़ी F&B चेन बन गई है। इसने आउटलेट्स की संख्या में स्टारबक्स (Starbucks) और मैकडॉनल्ड्स (McDonald’s) को भी पीछे छोड़ दिया है।मिक्स्यू बिंगचेंग का मतलब होता है ‘हनी स्नो आइस सिटी’। ये कंपनी आइसक्रीम, कॉफी और बबल टी जैसे सस्ते प्रोडक्ट्स बेचती है। इससे पूरे क्षेत्र में मीठे खाने के शौकीनों को फायदा हो रहा है। इंडोनेशिया में मिक्स्यू के 2600 से ज्यादा आउटलेट हैं। इस कंपनी की चाय दूसरी कंपनियों के मुकाबले एक तिहाई सस्ती है। वहीं मिक्स्यू की आइसक्रीम मैकडॉनल्ड्स के मुकाबले काफी सस्ती है।
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दुनियाभर में कितने स्टोर?

यह कंपनी मिक्स्यू ग्रुप की है। इसके सितंबर 2024 तक इसके 45 हजार से ज्यादा स्टोर थे। इंडस्ट्री एनालिस्ट्स के अनुसार ये स्टारबक्स और मैकडॉनल्ड्स के स्टोर्स से भी ज्यादा हैं। इनमें से लगभग 40000 स्टोर चीन में हैं।

सिंगापुर की रिसर्च फर्म मोमेंटम वर्क्स के अनुसार दिसंबर तक दक्षिण पूर्व एशिया में मिक्स्यू के 6100 से अधिक आउटलेट खुल चुके थे। सिंगापुर और मलेशिया में चीनी भाषी आबादी ज्यादा है, इसलिए वहां चीनी ब्रांड्स भी ज्यादा हैं। मिक्स्यू के लगभग सभी स्टोर्स फ्रैंचाइजी हैं। कंपनी उन्हें क्रीमी मैंगो बोबा, मैंगो ओट्स जैस्मीन टी और कोकोनट जेली मिल्क टी जैसी ड्रिंक्स के लिए सामग्री देती है।

सस्ते इलेक्ट्रॉनिक ही नहीं…

चीन के बारे में धारणा है कि यह देश सस्ती इलेक्ट्रॉनिक सामान बनाता है। लेकिन अब चीन खाने-पीने की सस्ती चीजों में भी तेजी से बढ़ रहा है। मोमेंटम वर्क्स के CEO जियांगगन ली कहते हैं कि चीनी कंपनियां अपने देश में कड़ी प्रतिस्पर्धा के बाद दक्षिण पूर्व एशिया में नए विकास के अवसर तलाश रही हैं।

ली का कहना है कि ये कंपनियां तकनीकी रूप से मज़बूत हैं। ये ऑटोमेशन का इस्तेमाल करके अपनी क्षमता बढ़ाती हैं। ऑनलाइन मार्केटिंग में भी माहिर हैं। कुछ जानकारों का मानना है कि अगर चीनी कंपनियां ऐसे ही आगे बढ़ती रहीं तो अमेरिकी कंपनियों के लिए परेशानी खड़ी हो सकती है। हो सकता है कि स्टारबक्स और मैकडॉनल्ड्स जैसे ब्रांड के कुछ स्टोर बंद हो जाएं।

शेयर ने किया 12 दिन में पैसा डबल

इस कंपनी ने का आईपीओ 3 मार्च को हांगकांग शेयर बाजार में लिस्ट हुआ था। इसका इश्यू प्राइस 202.5 हांगकांग डॉलर (करीब 2262 रुपये) थी। इसने लिस्टिंग पर भी निवेशकों को मालामाल कर दिया था। इसकी लिस्टिंग 262 हांगकांग डॉलर पर हुई थी। अब तक यह निवेशकों को दोगुना रिटर्न दे चुका है। 14 मार्च को यह शेयर 406 रुपये पर बंद हुआ था।

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