शुक्रवार दोपहर 9 वर्षीय आशीष अपने घर से करीब आधा किलोमीटर दूर खेत में बकरियां चराने गया था। उसके साथ उसकी छोटी बहन भी थी। तेज आंधी के बाद खेत में एक आम के पेड़ की डाल नीचे झुक गई थी। आशीष ने उसी डाल पर साफी से झूला बनाकर झूलना शुरू किया। अचानक डाल टूट गई और झूले की साफी उसके गले में फंस गई, जिससे दम घुटने से उसकी मौत हो गई। जब आशीष काफी देर तक घर नहीं लौटा, तो उसकी बड़ी बहन अंजली उसे खोजते हुए खेत पहुंची। वहां पहुंचते ही उसने भाई को पेड़ से लटका पाया और पास में छोटी बहन रोते हुए मिली। यह दृश्य देख कर वह बदहवास हो गई।
घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। मृतक आशीष, धर्मराज निषाद का पुत्र था और वह दो भाइयों में सबसे छोटा था। वह प्राथमिक विद्यालय छनिहा डेरा में कक्षा 4 का छात्र था। मां अनुसुइया इस हादसे से बेसुध हैं। गांव में मासूम की इस दर्दनाक मौत से शोक की लहर दौड़ गई है। थानाध्यक्ष पैलानी सुखराम ने बताया कि पेड़ की डाल टूटने से झूला झूल रहे बच्चे की मृत्यु हो गई। शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया है