रक्षा मंत्रालय ने साल 2025 को रक्षा सुधारों का वर्ष घोषित किया है। इस साल भारतीय सशस्त्र बलों में कई बदलाव देखने को मिलेंगे। इस बीच चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ अनिल चौहान कहा कि सशस्त्र बलों के लिए विजन 2047 रोडमैप पर काम चल रहा है। उन्होंने बताया कि इसको 2025 के मध्य तक पूरा कर लिया जाएगा और आधिकारिक तौर इसको जारी कर दिया जाएगा।
पीटीआई, नई दिल्ली। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने कहा है कि सशस्त्र बलों के लिए ‘विजन 2047’ रोडमैप पर काम चल रहा है और इसे इस साल के मध्य में जारी किया जाएगा। जनरल चौहान ने कहा, ‘सबसे पहले हम विजन 2047 तैयार करने पर काम कर रहे हैं। हम इसे 2025 के मध्य तक पूरा कर लेंगे और आधिकारिक तौर पर जारी कर देंगे।
उन्होंने कहा कि हम एक एकीकृत क्षमता विकास योजना लाना चाहते हैं जो पिछली क्षमता विकास दीर्घकालिक एकीकृत परिप्रेक्ष्य योजना से थोड़ी अलग होगी। हम इस पर एक नई दिशा में काम कर रहे हैं। रक्षा मंत्रालय के पोडकास्ट ‘रक्षासूत्र’ में सीडीएस सैन्य मामलों के विभाग (डीएमए) और इसकी भविष्य की योजनाओं के बारे में बता रहे थे।
उन्होंने कहा कि 2025 को ‘रक्षा सुधारों का वर्ष’ घोषित किए जाने के साथ ही थिएटर कमांड पर रक्षा मंत्रालय का उद्देश्य बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि इसने 2025 में महत्वाकांक्षी सुधार उपायों को उजागर करने के संकल्प का संकेत दिया है।
थिएटराइजेशन मॉडल पर होगा काम
उल्लेखनीय है कि इस मॉडल (थिएटराइजेशन) के तहत सरकार सेना, वायु सेना और नौसेना की क्षमताओं को एकीकृत करना चाहती है और युद्धों एवं अन्य महत्वपूर्ण अभियानों के लिए अपने संसाधनों का अधिकाधिक उपयोग करना चाहती है।
जानिए इस मॉडल के तहत क्या होगा?
थिएटराइजेशन योजना के अनुसार प्रत्येक थिएटर कमांड में सेना, नौसेना और वायु सेना की इकाइयां होंगी और ये सभी एक निर्दिष्ट भौगोलिक क्षेत्र में सुरक्षा चुनौतियों को देखते हुए एक इकाई के रूप में काम करेंगी। वर्तमान में, सेना, नौसेना और वायु सेना के पास अलग-अलग कमांड हैं।
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