डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में लाल किले के पास हुआ कार धमाके के तार अब आतंकवादियों से जुड़ते दिख रहे हैं। जांच एजेंसियां लगातार इस मामले की तह तक जाने के लिए जांच में जुटी है और सरकार ने इस ब्लास्ट को आतंकी हमला माना है।
इस घटना को लेकर गुजरात समेत पूरे देश की पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। गुजरात में भी हर जिले की पुलिस द्वारा वाहन और होटलों की सघन जांच की जा रही है, वहीं गिर-सोमनाथ पुलिस ने नई बंदर मस्जिद में ठहरे 3 संदिग्ध कश्मीरियों को हिरासत में लिया है।
मौलवी के खिलाफ भी मामला हुआ दर्ज
इन तीनों को शरण देने वाले मौलवी के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। दरअसल, गिर-सोमनाथ पुलिस को सूचना मिली थी कि न्यू बंदर मस्जिद में तीन कश्मीरी ठहरे हुए हैं और उनकी गतिविधियां संदिग्ध लग रही है। इसी सूचना के आधार पर न्यू बंदर मस्जिद पर छापा मारा गया, जहां जीनों संदिग्ध कश्मीरी खाना खा रहे थे। उन्हें खाते हुए पकड़ लिया गया और थाने ले जाया गया।
शुरुआती पूछताछ में पता चला कि तीनों कश्मीरियों की पहचान मकसूद अहमद खालिद हुसैन, मकसूद अहमद अब्दुल लतीफ और जावेद अहमद राशिद चौहान के रूप में हुई है और ये सभी जम्मू-कश्मरी के पुंछ के निवासी हैं। ये दीव से मदरसे के लिए चंदा इकट्ठा करने आए थे।
मंगवाई जा रही बैंक डिटेल्स
फिलहाल, उनसे गहन पूछताछ के अलावा बैंक डिटेल्स भी मंगवाई जा रही है। इस मामले में न्यू बंदर स्थित मदीना मस्जिद के मौलवी के खिलाफ भी अधिसूचना के उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है, जिसने बिना किसी सबूत के तीनों कश्मीरियों को शरण दी थी।