अक्टूबर में भी दिल्ली में हुआ था धमाका
गौरतलब है कि दिल्ली में अक्टूबर के आखिर में सीआरपीएफ स्कूल के पास एक धमाका हुआ था। हालांकि इस धमाके में कोई हताहत नहीं हुआ था लेकिन इस घटना ने पूरी दिल्ली को हिलाकर रख दिया था। सुबह 7 बजकर 50 मिनट में हुए इस धमाके से एक कार को नुकसान पहुंचा था। इस धमाके का सीसीटीवी विजुअल ही डराने के लिए काफी था। एनआईए ने इस धमाके की जांच शुरू की थी। बताया गया कि इस धमाके के इस्तेमाल में सफेद पाउडर का इस्तेमाल किया गया है। हालांकि इस मामले के पीछे कौन था अभी इसका खुलासा नहीं हुआ है।
अब प्रशांत विहार में धमाका
दिल्ली में आज प्रशांत विहार में हुए धमाके ने दिल्ली पुलिस से लेकर सुरक्षा एजेंसियों को फिर चुनौती दे दी है। क्या एक महीने बाद हुआ ये धमाका किसी बड़ी साजिश की बू तो नहीं है। हालांकि पुलिस या सुरक्षा एजेंसियों ने अभी इस बार में कोई जानकारी नहीं दी है। लेकिन कहीं न कहीं कुछ गड़बड़ के संकेत तो मिल ही रहा है।
दोनों जगह सफेद पाउडर का इस्तेमाल
चाहे रोहिणी हो या फिर प्रशांत विहार सुरक्षा एजेंसियों को दोनों जगह सफेद पाउडर के इस्तेमाल की जानकारी मिली है। इसका इस्तेमाल आम तौर पर बड़े धमाके या बड़े नुकसान के लिए किया जाता है। सुरक्षा एजेंसियां अब इस कोशिश में लगी है कि इन धमाकों से कोई क्लू मिल जाए। हालांकि, अभी तक दोनों धमाकों में सुरक्षा एजेंसियां खाली हाथ ही है।
दिल्ली को निशाने बनाने की साजिश
इन दो धमाकों ने ये तो साफ कर दिया है कि राजधानी दिल्ली के खिलाफ कोई साजिश रची जा रही है। दिल्ली पहले भी आतंकियों के निशाने पर रही है। ऐसे में सुरक्षा एजेंसियों इन धमाकों को हल्के में नहीं ले रही है।