मंत्री गोपाल राय का बीजेपी पर आरोप
बता दें कि शुक्रवार यानी 15 नवंबर से लागू GRAP-III पाबंदियों के तहत BS-IV या उससे कम मानक वाली डीजल बसों के दिल्ली में प्रवेश पर रोक है। मंत्री गोपाल राय ने बताया कि परिवहन विभाग की प्रवर्तन टीम ने हरियाणा और उत्तराखंड सरकार की ऐसी डीजल बसों के चालान काटे हैं। राय ने कहा कि भाजपा सरकारें दिल्ली के वायु प्रदूषण को बढ़ावा दे रही हैं। प्रतिबंध के बावजूद BS-IV डीजल बसों को दिल्ली भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली का 30% प्रदूषण स्थानीय स्रोतों से होता है,जबकि 70% प्रदूषण एनसीआर राज्यों के स्रोतों के कारण होता है।
गोपाल राय ने पड़ोसी राज्यों की भाजपा सरकारों की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि वे जानबूझकर डीजल बसों को भेजकर दिल्ली में प्रदूषण बढ़ा रही हैं। मंत्री ने दावा किया कि हरियाणा,राजस्थान और उत्तर प्रदेश से दिल्ली आने वाली डीजल बसों से प्रदूषण बढ़ रहा है।
भारी भरकम जुर्माना भी है
आप सरकार में मंत्री राय ने आगे कहा कि परिवहन विभाग की 84 और यातायात पुलिस की 280 टीमों को प्रतिबंध लागू करने के लिए तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के बाहर पंजीकृत BS-III और उससे कम के डीजल लाइट कमर्शियल वाहनों को शहर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी। हालांकि, आवश्यक वस्तुओं को ले जाने वाले और आवश्यक सेवाएं प्रदान करने वाले वाहनों को छूट दी गई है। एनसीआर से केवल इलेक्ट्रिक बसों, सीएनजी बसों और BS-VI डीजल बसों को ही अंतरराज्यीय टर्मिनलों में प्रवेश करने की अनुमति होगी। इन नियमों के उल्लंघन पर 20,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।
बीजेपी ने भी किया पलटवार
दिल्ली भाजपा ने आरोप लगाया कि AAP सरकार ठोस प्रदूषण नियंत्रण उपायों पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय खोखली बयानबाजी कर रही है। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि यह शर्मनाक है कि राय न तो पंजाब सरकार के साथ पराली जलाने पर चर्चा करते हैं और न ही अपनी सरकार के पीडब्ल्यूडी और नगर निगम के साथ सड़क मरम्मत के मुद्दों को उठाते हैं। फिर भी,उन्हें बस डिपो का दौरा करने और कुछ अंतरराज्यीय डीजल बसों को रोककर राजनीतिक नाटक करने के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है।
सचदेवा ने सरकार से पूछा कि क्या उसने डीजल वाहनों के दिल्ली में प्रवेश को रोकने के लिए कोई व्यवस्था की है? उन्होंने कहा कि अगर और कुछ नहीं तो दिल्ली सरकार कम से कम सीमाओं पर डीजल वाहनों के लिए निषेध बोर्ड तो लगा ही सकती थी।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण के दो प्रमुख कारण पराली जलाना और टूटी सड़कों से उड़ने वाली धूल और मलबा हैं। उन्होंने कहा कि रोजाना मीडिया रिपोर्ट और विभागीय आंकड़े बताते हैं कि दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण का 30% पंजाब में पराली जलाने से होने वाले धुएं के कारण है। इस बीच, दिल्ली यातायात पुलिस के अधिकारियों ने कहा कि शुक्रवार को BS-III पेट्रोल और BS-IV डीजल वाहनों के खिलाफ शहर में लगभग 550 चालान जारी किए गए और कुल एक करोड़ रुपये से अधिक का जुर्माना लगाया गया।