पुलिस सूत्र का कहना है कि आरोपी रिजवान (32) और इंतजार मलिक (31) के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
पहले ही मिल गई थी सूचना
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि क्राइम ब्रांच की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स टीम को मंगलवार शाम करीब 4 बजे सूचना मिली थी कि एक या दो लोग आज दिल्ली में भारी मात्रा में गांजा लेकर आएंगे।
उन्हें सोनिया विहार के पास ट्रेस किया जा सकता है। सूचना के बारे में आला अधिकारियों को बताया गया। इसके बाद एक पुलिस टीम को रेड के लिए तैयार किया गया।
पुलिस ने सात घंटे तक किया इंतजार
टीम ने करीब पौने 7 बजे सभापुर गांव के सामने सोनिया विहार पुश्ता रोड पर ट्रैप लगाया। पुलिस टीम करीब सात घंटों तक वहां खड़ी रही क्योंकि उन्हें पता चला था कितस्करों का ट्रक खराब हो गया है, इसलिए वह देर से आएंगे।
देर रात करीब 2 बजे एक ट्रक दिल्ली-यूपी बॉर्डर की ओर से आते हुए दिखा। मुखबिर ने पुष्टि कर दी कि यही वो ट्रक है। अब एक ऑफिसर ने अपने सिर पर हाथ फेरकर टीम को इशारा कर दिया।
बस फिर क्या था, पहले से अलर्ट पुलिस टीम ने बीच रोड पर गाड़ियां लगाकर ट्रक का रास्ता रोक लिया। इसके बाद ट्रक को फ्लड कंट्रोल ऑफिस के पास वाली जगह पर ले गए। पुलिस टीम ट्रक में चढ़ी तो उसमें तरबूज भरे मिले।
तरबूजों के नीचे थे गांजे के 17 बोरे
अब पुलिस टीम ने तरबूजों को साइड हटाना शुरू किया तो उनके नीचे से पुलिस को कुल 17 बोरे मिले। बोरों की तलाशी ली गई तो उनमें गांजा भरा हुआ था। बोरों से कुल 348 किलो 176 ग्राम गांजा मिला।
आरोपियों को फौरन गिरफ्तार कर लिया गया। रिजवान ट्रक चालक है। जबकि इंतजार उसका हेल्पर है। दोनों से पूछताछ कर पता लगाया जा रहा है कि वह किसके लिए गांजे की तस्करी कर रहे थे और दिल्ली में किसे इतनी बड़ी मात्रा में गांजा देने आए थे