मतगणना पर्यवेक्षकों, मतगणना सहायकों और प्रक्रिया के लिए प्रशिक्षित सहायक कर्मचारियों सहित कुल 5,000 कर्मियों को शनिवार को मतगणना के लिए तैनात किया जाएगा। मतगणना प्रक्रिया की निष्पक्षता को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में पांच वीवीपैट (वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल्स) का रैंडम चयन किया जाएगा।
दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एलिस वाज
मतगणना की तैयारी पूरी
वोटों के काउंटिंग के लिए 11 जिलों में 19 मतगणना केंद्र बनाए गए हैं, जहां सुबह 8 बजे से लाइव काउंटिंग देखी जा सकती है। नॉर्थ दिल्ली की 8 विधानसभाओं के लिए 2, नॉर्थ-ईस्ट की 5 विधानसभाओं के लिए भी 2, नई दिल्ली की 6 विधानसभाओं के मतों की गणना के लिए 3 मतगणना केंद्र बनाए गए हैं। शाहदरा और साउथ जिले के 5-5 विधानसभाओं के लिए एक-एक मतगणना केंद्र बनाया गया है। 19 स्ट्रॉन्ग रूम में ईवीएम और वीवीपैट सुरक्षित रखी गई हैं। प्रत्येक स्ट्रॉन्ग रूम में थ्री-टियर सिक्योरिटी सिस्टम है।
मतगणना के दिन सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए विशेष पुलिस आयुक्त देवेश चंद्र श्रीवास्तव ने कहा, ‘हमने (मतगणना के दिन) सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। मतगणना केंद्रों के अंदर केवल अधिकृत कर्मियों को ही जाने की अनुमति होगी, जहां मोबाइल फोन का उपयोग सख्त वर्जित होगा।’
सुरक्षा के इंतजाम चाक-चौबंद
दिल्ली में मतों की काउंटिंग के मद्देनजर सुरक्षा के चाक-चौंबद इंतजाम किए गए हैं। मतगणना केंद्रों पर परिंदा भी पर नहीं मार सकता है। संदिग्ध लोगों पर पुलिस नजरें रख रही हैं। दो कंपनियों के अर्धसैनिक बलों को मतगणना केंद्रों के अंदर तैनात किया गया है, जबकि बाहरी घेरे में दिल्ली पुलिस के जवानों की निगरानी है। यह सुरक्षा व्यवस्था 24 घंटे जारी रहेगी। मतगणना केंद्रो के आसपास भी पुलिस की टीमें मौजूद रहेंगी। मतगणना केंद्रो के आसपास ट्रैफिक व्यवस्था भी दुरुस्त रखी जाएगी।