नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान हुआ। मतदान प्रक्रिया में लोगों ने बढ़चढ़ भाग लिया। महिला, नौजवान और बुजुर्ग सभी ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। कहीं-कहीं पर एक परिवार की तीन पीढ़ियों ने एक साथ अपने मत का इस्तेमाल किया। वोटिंग की कई खूबसूरत तस्वीरें सोशल मीडिया पर दिखाई दीं।उन्हीं में से एक तस्वीर है हिंदी के प्रख्यात साहित्यकार पद्मश्री रामदरश मिश्र की। इनकी उम्र 100 वर्ष है। इन्होंने भी अपने परिवार के साथ अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। मिश्र का जन्म 15 अगस्त 1924 में हुआ था। स्वतंत्र भारत के पहले चुनाव से लेकर 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव तक मिश्र ने अपने मत के अधिकार का इस्तेमाल किया है, जो अपने आप में एक मिसाल है। और उन लोगों के लिए एक बड़ा संदेश है, जो लोग वोटिंग के दिन को सिर्फ अवकाश के तौर पर देखते हैं।
गणतंत्र दिवस पर मिला पद्मश्री अवॉर्ड
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कारों की घोषणा हुई थी। हिंदी के चर्चित लेखक और कवि डॉ. रामदरश मिश्र को भी पद्मश्री से सम्मानित किया गया। एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में रामदरश बताते हैं कि वे 100 साल से अधिक उम्र के हो गए हैं। लेकिन इस उम्र में भी वे कविताएं, गजलें और शेर लिखते रहते हैं। डॉ. रामदरश मिश्र को साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में उनके अमूल्य योगदान के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया गया है। वे दिल्ली के प्रसिद्ध कवि और साहित्यकार हैं। उन्होंने अब तक 32 कविता संग्रह, 30 लघु-कहानी संग्रह, 15 उपन्यास, 15 साहित्यिक आलोचनाओं की पुस्तकें, 4 निबंध संग्रह, यात्रा वृत्तांत और कई संस्मरण लिखे हैं।