नई दिल्ली: दो दिन पहले अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में 60 साल से ऊपर के बुजुर्गों के लिए संजीवनी योजना की घोषणा की थी। इसके लिए रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो गए हैं,लेकिन आज दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के एक विज्ञापन ने योजना पर ही सवाल उठा दिए हैं। विज्ञापन में कहा गया कि संजीवनी योजना नाम की कोई स्कीम नहीं है।दिल्ली में शुरू हो गया संजीवनी योजना का रजिस्ट्रेशन
दिल्ली में संजीवनी योजना को लेकर 24 दिसंबर से रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो गए हैं। इसके तहत 60 साल से ऊपर के बुजुर्गों को मुफ्त में इलाज मिलेगा। इसके लिए अमीरी और गरीबी को बाधा न बनाकर हर बुजुर्ग को फ्री में इलाज में मिलेगा। दिल्ली के निजी और सरकारी हर अस्पताल में मुफ्त इलाज मिलेगा। इसके लिए शर्त सिर्फ यही है कि आपको दिल्ली का वोटर होना और वोटर आईडी कार्ड होना जरूरी है।
संजीवनी योजना के तहत रजिस्ट्रेशन
➤आपका रजिस्ट्रेशन AAP की टीम घर-घर आकर करेगी।
➤रजिस्ट्रेशन के लिए वोटर कार्ड होना जरूरी है।
➤चुनाव आयोग की वेबसाइट Voterportal.eci.gov.in पर जाकर अपना वोट जरूर चेक करें।
➤रजिस्ट्रेशन कार्ड को संभाल कर रखें।
दिल्ली में संजीवनी योजना को लेकर 24 दिसंबर से रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो गए हैं। इसके तहत 60 साल से ऊपर के बुजुर्गों को मुफ्त में इलाज मिलेगा। इसके लिए अमीरी और गरीबी को बाधा न बनाकर हर बुजुर्ग को फ्री में इलाज में मिलेगा। दिल्ली के निजी और सरकारी हर अस्पताल में मुफ्त इलाज मिलेगा। इसके लिए शर्त सिर्फ यही है कि आपको दिल्ली का वोटर होना और वोटर आईडी कार्ड होना जरूरी है।
संजीवनी योजना के तहत रजिस्ट्रेशन
➤आपका रजिस्ट्रेशन AAP की टीम घर-घर आकर करेगी।
➤रजिस्ट्रेशन के लिए वोटर कार्ड होना जरूरी है।
➤चुनाव आयोग की वेबसाइट Voterportal.eci.gov.in पर जाकर अपना वोट जरूर चेक करें।
➤रजिस्ट्रेशन कार्ड को संभाल कर रखें।
बांसुरी स्वराज ने साधा था निशाना
बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज ने आप की महिला सम्मान योजना और संजीवनी योजना पर कहा, “आप की महिला सम्मान योजना, यही योजना पंजाब में भी घोषित की गई थी, लेकिन अभी तक पंजाब की महिलाओं के बैंक खातों में एक भी रुपया जमा नहीं हुआ है। वे (आप) दिल्ली की महिलाओं को धोखा न दें। दिल्ली के स्वास्थ्य सचिव ने कहा है कि संजीवनी योजना नाम की कोई योजना नहीं है। यह सिर्फ चुनावी स्टंट है…देश के वरिष्ठ नागरिकों के लिए सिर्फ एक योजना है ‘आयुष्मान भारत योजना’, जिसे अरविंद केजरीवाल नफरत की राजनीति के कारण दिल्ली में लागू नहीं होने दे रहे हैं।