वायु प्रदूषण
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राजधानी में हल्की बारिश होने के बावजूद भी प्रदूषण से राहत नहीं मिली है। सोमवार को दूसरे दिन भी लोगों ने गंभीर श्रेणी की हवा में सांस ली। दिनभर स्मॉग की मोटी चादर छाई रही। भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) के अनुसार हवा पूर्व दिशा की ओर से चली। इस दौरान हवा की गति छह किलोमीटर प्रतिघंटे रही, जोकि शाम को चार किलोमीटर प्रतिघंटे चली। ऐसे में दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 406 दर्ज किया गया। यह गंभीर श्रेणी में है। बवाना, नेहरू नगर, मुंडका समेत 21 इलाकों में एक्यूआई गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया। जबकि, आया नगर, आईजीआई एयरपोर्ट सहित 10 इलाकों में हवा बेहद खराब रही। एनसीआर में दिल्ली के बाद गाजियाबाद सबसे अधिक प्रदूषित रहा।
ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) लागू होने के बावजूद वायु गुणवत्ता में सुधार नहीं आ रहा है, ऐसे में लोग प्रदूषित हवा में सांस लेने को मजबूर हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) का पूर्वानुमान है कि मंगलवार से प्रदूषण में सुधार होने का अनुमान है, ऐसे में हवा बेहद खराब श्रेणी में पहुंचने की उम्मीद है। सोमवार को सुबह से ही बूंदा-बांदी शुरू हो गई थी, ऐसे में कोहरे के साथ स्मॉग छाया रहा। दिन में हल्की धूप निकली, लेकिन आसमान में स्मॉग की मोटी चादर लिपटी रही। वहीं, वेंटिलेशन इंडेक्स 4200 घनमीटर प्रति सेकंड रही। 24 घंटे के भीतर वेंटिलेशन इंडेक्स 500 घन मीटर प्रति सेकंड रहने का अनुमान है। साथ ही, मिक्सिंग डेप्थ 520 मीटर दर्ज की गई।