अमेरिका में हाल ही में हुए स्थानीय चुनावों के नतीजों ने राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है। न्यूयॉर्क में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जोहरान ममदानी की ऐतिहासिक जीत के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने डेमोक्रेट्स पर सीधा हमला बोला है। ट्रंप ने चेतावनी दी कि अगर डेमोक्रेटिक पार्टी सत्ता में आती है तो देश बहुत खराब स्थिति में पहुंच जाएगा। वहीं, ममदानी ने पलटवार करते हुए कहा कि अगर ट्रंप ने शहर को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की तो वे कोर्ट में चुनौती देंगे।
मंगलवार को सीनेटर्स से बातचीत के दौरान ट्रंप ने कहा कि डेमोक्रेट्स के सत्ता में आने से अमेरिका की स्थिति बहुत खराब हो जाएगी। ट्रंप ने आगे कहा अगर हम सब वही करें जो मैं कह रहा हूं, तो डेमोक्रेट्स कभी सत्ता हासिल नहीं कर पाएंगे। साथ ही उन्होंने दावा किया कि वे देशहित में ऐसे कई कानून पारित करेंगे जो अमेरिका की प्रगति को मजबूत बनाएंगे और डेमोक्रेट्स की नीतियों का विरोध करेंगे।
ममदानी की जीत के बाद क्या बोले ट्रंप?
चुनावी नतीजों की शाम को ट्रंप ने दिलचस्प शाम बताया। उन्होंने कहा कि यह चुनाव रिपब्लिकन पार्टी के लिए अपेक्षित जीत नहीं थी। यह बहुत लोकतांत्रिक था, लेकिन रिपब्लिकन के लिए अच्छा नहीं रहा। ट्रंप ने माना कि सरकारी शटडाउन ने उनकी पार्टी को नुकसान पहुंचाया। साथ ही उन्होंने कहा कि हमने बहुत कुछ सीखा और आगे के लिए नई रणनीति बनाएंगे।
ये भी पढ़ें- संपत्ति जब्त करने पर ED की हुई अंतरराष्ट्रीय तारीफ, महाराष्ट्र के एक केस का उदाहरण भी दिया
ममदानी ने भी ट्रंप को दी चेतावनी
नवनिर्वाचित न्यूयॉर्क मेयर जोहरन ममदानी ने एबीसी चैनल के ‘गुड मॉर्निंग अमेरिका’ कार्यक्रम में कहा कि उनकी जीत जनता के विश्वास का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि वे अफॉर्डेबिलिटी एजेंडा को लागू करेंगे ताकि आम नागरिकों को राहत मिले। ममदानी ने ट्रंप की चेतावनियों पर जवाब देते हुए कहा कि अगर ट्रंप ने शहर को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की, तो मैं उन्हें कोर्ट में घसीटने से नहीं हिचकूंगा। उनके धमकाने के प्रयास सिर्फ डर फैलाने के लिए हैं।
ट्रंप और ममदानी के बीच बयानबाजी से अमेरिकी राजनीति में तनाव और गहराता दिख रहा है। रिपब्लिकन पार्टी जहां डेमोक्रेट्स पर देश को कमजोर करने का आरोप लगा रही है, वहीं डेमोक्रेटिक खेमे में ममदानी को नए राजनीतिक युग का चेहरा बताया जा रहा है। ट्रंप की चेतावनी और ममदानी की प्रतिक्रिया से स्पष्ट है कि आने वाले महीनों में व्हाइट हाउस और न्यूयॉर्क प्रशासन के बीच सीधा राजनीतिक संघर्ष देखने को मिलेगा।