म्यांमार के एक के बाद एक भूकंप के चार तेज झटके महसूस किए गए हैं। शुक्रवार को लगे भूकंप के ये झटके इतने तेज थे कि लोग दहशत में आ गए और अपने घरों-दफ्तरों से बाहर निकल आए। झटके थाईलैंड तक महसूस किए गए। पहला भूकंप सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर आया, इसकी तीव्रता 7.2 मापी गई। इसके बाद दूसरा झटका दोपहर 12 बजकर दो मिनट पर आया, इसकी तीव्रता 7 मापी गई। फिर तीसरा झटका एक बजकर सात मिनट पर आया, जिसकी तीव्रता 4.9 मापी गई। लोग खुद को संभाल पाते कि दोपहर दो बजकर 48 मिनट पर चौथा भूकंप आया।
भीषण भूकंप के बाद म्यांमार और थाईलैंड में आपातकाल की घोषणा कर दी गई है। बैंकॉक में इसका सबसे ज्यादा असर देखने को मिला। बैंकॉक में स्टॉक एक्सचेंज ने कारोबार स्थगित कर दिया है। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 7.2 और 7.0 रही। पहले दोनों ही भूकंप का केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर गहराई में था, जबकि तीसरा जमीन से 22.5 किलोमीटर गहराई में आया।
पहला झटका सुबह 11.50 बजे आया

12 मिनट बाद दूसरा झटका महसूस हुआ

तीसरा झटका एक घंटे बाद आया
चौथा झटका चार तीव्रता का आया

भूकंप में कई इमारतों को नुकसान पहुंचा
कुछ समाचार एजेंसियों ने रिपोर्ट किया है कि शुक्रवार को म्यांमार में 7.7 और 6.4 तीव्रता के दो लगातार भूकंप आए। दावा किया जा रहा है कि म्यांमार के मांडले में इरावदी नदी पर बना सुप्रसिद्ध अवा ब्रिज गिर गया है। भूकंप में कई इमारतों को भी नुकसान पहुंचा है। भूकंप इतना तेज था कि करीब 900 किलोमीटर दूर बैंकॉक में भी इसके झटके महसूस किए गए।
बैंकॉक में निर्माणाधीन इमारत ढह गई: पुलिस
बैंकॉक पुलिस का कहना है कि दोपहर में थाई राजधानी में आए 7.7 तीव्रता के भूकंप में निर्माणाधीन ऊंची इमारत ढह गई। अब तक दो की मौत का बात सामने आई है। पुलिस के मुताबिक, बैंकॉक के लोकप्रिय चतुचक मार्केट के पास घटना हुई। इस बारे में तत्काल कोई जानकारी नहीं है कि ढहने के समय साइट पर कितने श्रमिक थे?
दहशत में बैंकॉक की जनता
बैंकॉक में रहने वाली एक महिला भूकंप के झटकों से आतंकित दिखी। महिला ने कहा कि हर कोई डरा हुआ है, बच्चे भूखे हैं…घरों के बाहर बैठे हैं…स्थिति बहुत खराब है। प्रधानमंत्री ने आपातकाल की घोषणा की है। इस महिला ने सभी लोगों से बैंकॉक के लिए प्रार्थना करने की अपील भी की।
भारत हर संभव सहायता के लिए तैयार: पीएम मोदी
म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की ओर से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। पीएम मोदी ने ‘एक्स’ पर लिखा कि म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप के बाद की स्थिति से चिंतित हूं। सभी की सुरक्षा और खुशहाली के लिए प्रार्थना करता हूं। भारत हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है। हमने अपने अधिकारियों से तैयार रहने को कहा है। साथ ही विदेश मंत्रालय से म्यांमार और थाईलैंड की सरकारों के साथ संपर्क में रहने को कहा है।
यह भी पढ़ें
‘हम सो रहे थे, अचानक धरती कांपने लगी’, बंगाल-बिहार समेत कई राज्यों में महसूस हुए भूकंप के झटके
पड़ोसी देश में कांपी धरती, भूकंप के झटकों से सहमे लोग; रिक्टर स्केल पर 5.5 रही तीव्रता
कोलकाता, इंफाल, मेघालय के पूर्वी गारो हिल्स में हल्के झटके लगे
बैंकॉक में 7.7 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आने के बाद शुक्रवार को कोलकाता, इंफाल और मेघालय के पूर्वी गारो हिल्स जिले में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र मध्य म्यांमार में था, जो मोनीवा शहर से लगभग 50 किलोमीटर पूर्व में है। कोलकाता और उसके आस-पास के इलाकों से भूकंप के झटके महसूस किए गए। मणिपुर के उखरुल जिले में दोपहर 1:07 बजे भूकंप आया, जिसकी तीव्रता 2.5 दर्ज की गई। मेघालय के पूर्वी गारो हिल्स जिले में भी हल्की तीव्रता का भूकंप आया।
बांग्लादेश में भी भूकंप महसूस किया गया
बांग्लादेश में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। ढाका और चटगांव सहित बांग्लादेश के कई इलाकों में 7.3 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया। हालांकि, अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। बांग्लादेश मौसम विभाग के मुताबिक, दोपहर 12:25 बजे भूकंप आया, जिसका केंद्र बांग्लादेश सीमा के पास म्यांमार के मांडले में था। ढाका से भूकंप के केंद्र की दूरी 597 किलोमीटर बताई गई।