दक्षिण अमेरिकी देश इक्वाडोर में शुक्रवार देर रात (स्थानीय समयानुसार) एक आपराधिक गिरोह ने एक पूल हॉल में गोलीबारी की। इस हमले में कम से कम सात लोगों की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए। पुलिस ने शनिवार (स्थानीय समयानुसार) को बताया कि यह हमला देश में बढ़ती हिंसा की लहर के बीच एक महीने से भी कम समय में इसी शहर में दूसरी बार हुआ है।
यह वारदात राजधानी क्विटो से करीब 130 किलोमीटर पश्चिम में स्थित सैंटो डोमिंगो डे लॉस त्सचिलास शहर में हुई। स्थानीय पुलिस कमांडर कर्नल ओल्गा बेनावाइड्स ने बताया कि यह हमला आपराधिक गिरोहों के बीच ‘इलाके पर कब्जे की लड़ाई’ का नतीजा है। इससे पहले, 17 अगस्त को भी इसी शहर के एक पूल हॉल में गोलीबारी हुई थई, जिसमें सात लोगों की मौत हुई थी।
ये भी पढ़ें: Pakistan: खैबर पख्तूनख्वा में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच झड़प, 19 सैनिकों की मौत; 45 आतंकी मार गिराए
एक मृतक और दो घायलों का था आपराधिक रिकॉर्ड
पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार की घटना में मारे गए लोगों में से एक और घायल हुए दो अन्य लोगों का आपराधिक रिकॉर्ड था। उन पर मादक पदार्थों की तस्करी, हत्या, चोरी और अपराधी संगठन से जुड़ाव जैसे आरोप थे।
काले कपड़ों में मौके पर पहुंचे हमलावरों ने बरसाई गोलियां
स्थानीय मीडिया में साझा की गई तस्वीरों में देखा गया कि कई हमलावर काले कपड़ों और जैकेट व टोपी पहनकर मौके पर पहुंचे और गोलीबारी शुरू कर दी, जिससे लोग जमीन पर गिर पड़े। बेनावाइड्स ने बताया कि हमलावरों का वाहन बाद में शहर के दूसरे हिस्से में जला हुआ मिला।
पिछले चार साल में बढ़ी हिंसा की घटनाएं
अधिकारियों के अनुसार, पिछले चार साल से इक्वाडोर में हिंसा की घटनाएं बढ़ रही हैं। उन्होंने बताया कि इसका कारण मैक्सिकन और कोलंबियाई ड्रग कार्टेल से जुड़े संगठित अपराध समूहों की गतिविधियां बढ़ना है।
ये भी पढ़ें: Poland: पोलैंड ने अपने वायु क्षेत्र में तैनात किए लड़ाकू विमान, रूसी ड्रोन हमलों की आशंका ने बढ़ाई चिंता
जनवरी से जुलाई के बीच 5500 से ज्यादा हत्याएं हुईं
राष्ट्रपति डैनियल नोबोआ ने जनवरी 2024 में देश को ‘आंतरिक सशस्त्र संघर्ष की स्थिति’ में घोषित किया था और 22 आपराधिक संगठनों को ‘आतंकी समूह’ करार दिया था। इसके बावजूद हिंसा जारी रही। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, जनवरी से जुलाई 2025 के बीच देश में 5,500 से ज्यादा हत्याएं हुईं। यह संख्या 2024 की इसी अवधि में हुई 3,697 हत्याओं से कहीं ज्यादा है।