आज सोमवार को देश भर में ईद का त्यौहार हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। बता दें कि निर्माण कार्य के चलते इस साल श्रीनगर के ऐतिहासिक ईदगाह में ईद की नमाज नहीं होगी। मेरठ में पुलिस ने सड़क पर नमाज पढ़ने से मना किया गया। इस दौरान ड्रोन से निगरानी की जाएगी। वहीं नोएडा में ईद की नमाज को देखते हुए ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश भर में आज ईद का त्यौहार मनाया जाएगा। रविवार को ईद का चांद दिखने के बाद से ही लोगों में हर्षोल्लास का माहौल था। बता दें कि शव्वाल महीने के पहले दिन ईद-उल-फितर मनाया जाता है। इसे मीठी ईद भी कहते है।
ईद के मौके पर देश भर में सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रखी गई है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने देशवासियों को ईद की मुबारकबाद दी है। सीएम योगी ने कहा कि ईद का त्योहार हमें त्याग, प्रेम और सेवा की भावना को आत्मसात करने की प्रेरणा देता है।
श्रीनगर के ईदगाह में नहीं होगी नमाज
जम्मू-कश्मीर वक्फ बोर्ड की अध्यक्ष डॉ. दरक्षां अंद्राबी ने घोषणा की है कि निर्माण कार्य के चलते इस साल श्रीनगर के ऐतिहासिक ईदगाह में ईद की नमाज नहीं होगी। उन्होंने कहा कि हजरतबल दरगाह और जम्मू-कश्मीर के अन्य दरगाहों, मस्जिदों में सामूहिक नमाज के लिए व्यवस्था की गई है। महाराष्ट्र और बंगाल में ईद पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
ट्रैफिक किया जाएगा डायवर्ट
- नोएडा पुलिस ने ईद उल फितर के मद्देनजर आज सुबह चार घंटे तक उद्योग मार्ग पर जामा मस्जिद के आसपास वाहनों के डायवर्जन का प्लान तैयार किया है। इसके लिए गोल चक्कर चौक, संदीप पेपर मिल, हरौला चौक, बांस बल्ली मार्केट तिराहा, सेक्टर 8, 10, 11, 12 चौक, झुंडपुरा चौक, सेक्टर 6 पुलिस चौकी तिराहा, कस्बा कासना में ऐच्छर चौक और दादरी कस्बा तिराहे पर शिवनादर विश्वविद्यालय की ओर से यातायात डायवर्जन रहेगा।
- वहीं मेरठ में ईदगाह पर अतिरिक्त सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सात थाना प्रभारी, तीन सीओ तथा एसपी सिटी खुद मौजूद रहेंगे। इसके अलावा अर्धसैनिक बल, आरएएफ की एक कंपनी को भी लगा दिया गया है। नमाज अदा करने की वीडियो भी बनाई जाएगी, ताकि सड़क पर नमाज अदाकर माहौल बिगाड़ने वालों पर कार्रवाई हो सके। वीडियो को आधार बनाकर पुलिस संबंधित थानों में मुकदमा भी दर्ज करेगी।
ईद की नमाज का महत्व
जानकारों की मानें तो रमजान महीने के दौरान बंदा अल्लाह पाक के बेहद करीब रहता है। इस दौरान बंदे की तक़रीब अल्लाह से होती है। अल्लाह के करीब रहने और उनकी रहमत पाने के लिए रमजान के दौरान पांचों वक्त की नमाज अदा की जाती है। वहीं, ईद के मौके पर नमाज अदा कर खुदा से इबादत की जाती है। ऐसा करने से बंदे को खुदा का शबाब मिलता है।
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