भारतीय प्रवासी कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा के बयान ने एक बार फिर राजनीतिक बहस तेज कर दी है। उन्होंने दावा किया है कि भारत में चुनावों में हेराफेरी होती है। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट इस सच्चाई को स्वीकार नहीं करते।
पित्रोदा ने कहा, लोगों को स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों की मांग करनी चाहिए, क्योंकि लोकतंत्र की शुरुआत वहीं से होती है। आप जानते हैं कि चुनावों में गड़बड़ी होती है। हमारे पास इसके सबूत हैं, हम इसे समझते हैं। मैं ये बात लंबे समय से कह रहा हूं। कुछ लोग इसे गंभीरता से लेते हैं, कुछ नहीं।
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उन्होंने आगे कहा, चुनाव आयोग और वहां काम कर रहे वरिष्ठ लोग सब कुछ जानते हैं कि क्या हो रहा है। लेकिन आपको कोई सुनवाई नहीं मिलती। चुनाव आयोग नहीं मानता, सुप्रीम कोर्ट नहीं मानता। पित्रोदा ने सवाल उठाते हुए कहा, फिर क्या करें? देखिए, आपके पास अब विश्वविद्यालयों में जाकर बोलने की आजादी भी नहीं है। लेकिन यही भारत है जिसमें हम जी रहे हैं और सभी लोग इसे पसंद करते हैं। उनको और शक्ति मिले, मैं क्या कहूं?
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने पित्रोदा के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, सीरियल ऑफेंडर (आदतन अपराधी) ने फिर यह कर दिया। चुनाव आयोग, सुप्रीम कोर्ट और जनता को भी विदेश की धरती से बदनाम किया। पहले राहुल गांधी और अब सैम।
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उन्होंने आगे कहा, इनका एक ही एजेंडा है- सिर्फ भाजपा का विरोध करने के लिए भारत को बदनाम करना। सेना से संविधान तक, ये लोग संदेह पैदा करते हैं और प्रोपेगेंडा फैलाते हैं। ये सब ‘भारत बदनामी ब्रिगेड’ का हिस्सा हैं।
शहजाद ने दावा किया, हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस से जुड़े एक मामले में फर्जी हलफनामा देने के लिए फटकार लगाई। बिहार में मतदाता सूची पर इन्होंने कोई ठोस अपील नहीं की, महाराष्ट्र में भी कोई सबूत नहीं दे पाए और सुप्रीम कोर्ट ने आरोप खारिज कर दिए। ये लोग सिर्फ हिट एंड रन करते हैं।