महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों का मतदान बुधवार को ख़त्म हो गया और इसके परिणाम शनिवार को आएंगे, लेकिन इससे पहले सभी एग्ज़िट पोल्स के आंकड़े भी सामने आ रहे हैं.
अधिकतर एग्ज़िट पोल्स में कांटे की टक्कर दिखाई गई है, लेकिन साथ ही बीजेपी का नेतृत्व वाला गठबंधन ही दोनों राज्यों में आगे है. महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन और झारखंड में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को बढ़त का अनुमान लगाया गया है.
288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में जीत के लिए 145 सीटों की ज़रूरत है. वहीं 81 सीटों वाली झारखंड विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 41 सीटों का है.
निर्वाचन आयोग के मुताबिक, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में शाम 5 बजे तक 58.22 फ़ीसदी और झारखंड चुनाव में शाम 5 बजे तक 67.59 फ़ीसदी मतदान हुआ है.
यहां ये बताना ज़रूरी है कि बीबीसी ना तो भारत में चुनाव पूर्व सर्वेक्षण कराता है और ना ही एग्ज़िट पोल.
एग्ज़िट पोल अलग-अलग संस्थानों के किए गए सर्वेक्षण हैं, इससे कोई अंतिम निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता.
महाराष्ट्र के लिए एग्ज़िट पोल्स क्या कह रहे हैं?
मैटराइज़ एग्ज़िट पोल में महाराष्ट्र चुनाव में महायुति गठबंधन को बहुमत का अनुमान जताया गया है. इस पोल में महायुति को 150-170 सीटें, महा विकास अघाड़ी को 110-130 सीटें मिलने के अनुमान है.
पीपल्स पल्स के पोल में महायुति को 175-195 सीटें और महा विकास अघाड़ी को 85-112 सीटें और अन्य को 7-12 सीटें दी गई हैं.
पी-मार्क ने महायुति को 137-157 सीटें और महा विकास अघाड़ी को 126-146 सीटें जीतने का अनुमान लगाया है.
वहीं चाणक्य स्ट्रैटेजीज़ ने बीजेपी वाले महायुति गठबंधन को 152 से 160, कांग्रेस के नेतृत्व वाले महा विकास अघाड़ी गठबंधन को 130-138 और अन्य को छह से आठ सीटों पर बढ़त दिखाई है.
पॉल डायरी के अनुमान में महायुति को 122-186 सीटें, महा विकास अघाड़ी को 69-121 सीटें और अन्य को 12-29 सीटें मिलने का अनुमान है.
टाइम्स नाउ-जेवीसी ने महायुति को 150 से 167, महा विकास अघाड़ी को 107-125 और अन्य को 13 से 14 सीटों पर आगे दिखाया है.
वहीं, इसके उलट कुछ पोल में दोनों गठबंधनों के बीच कांटे की टक्कर दिखाई गई है. दैनिक भास्कर के पोल में महायुति को 125-140, महा विकास अघाड़ी को 135-150 और अन्य को 20-25 सीटें दी गई हैं.
लोकशाही मराठी-रुद्र के पोल में अनुमान लगाया गया है कि महायुति को 128-142 सीटें, महा विकास अघाड़ी को 125-140 सीटें और अन्य को 18-23 सीटें मिलेंगी.
झारखंड के लिए एग्ज़िट पोल्स में क्या है?
झारखंड को लेकर सामने आए लगभग सभी एग्ज़िट पोल्स में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए की जीत का अनुमान लगाया गया है.
मैटराइज़ एग्ज़िट पोल्स में एनडीए को 42-47 सीटें, जेएमएम के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन को 25-30 सीटें और अन्य को 1-4 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है.
चाणक्य स्ट्रैटेजीज़ के पोल में एनडीए को 45-50, इंडिया गठबंधन को 35-38 और अन्य को 3-5 सीटें मिलने के अनुमान हैं.
पीपल्स पल्स के एग्ज़िट पोल्स में एनडीए को 44-53 सीटें और इंडिया गठबंधन को 25-37 सीटें मिलने के अनुमान हैं.
टाइम्स नाउ-जेवीसी ने झारखंड की 40-44 सीटों पर एनडीए, 30 से 40 सीटों पर इंडिया गठबंधन को आगे दिखाया है. वहीं अन्य को एक सीट पर बढ़त दिखाई है.
एक्सिस माइ इंडिया ने बाकी एग्ज़िट पोल्स से उलट झारखंड में इंडिया गठबंधन की सरकार बनने का अनुमान लगाया है.
इसमें इंडिया गठबंधन को 53 और एनडीए को 25 सीटों पर जीतते हुए दिखाया गया है. इसके अलावा झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) को 2 और अन्य को एक सीट दी गई है.
महाराष्ट्र चुनाव में कई दलों की चुनौतियां
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव इस बार काफ़ी दिलचस्प रहा है और इसमें कई पार्टियां मैदान में हैं.
जहां छह पार्टियों वाले दो अलग-अलग गठबंधनों (महा विकास अघाड़ी और महायुति) के बीच मुख्य चुनौती है वहीं एक तीसरा गठबंधन बहुजन वंचित अघाड़ी और कई निर्दलीय-बाग़ी उम्मीदवार भी मैदान में हैं.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में एक ही चरण में 20 नवंबर को मतदान हुआ और 23 नवंबर को मतगणना होगी.
महाराष्ट्र विधानसभा में कुल 288 सीटें हैं. जीत का आंकड़ा छूने के लिए किसी भी दल को 145 सीटों की ज़रूरत पड़ती है.
2019 में हुए विधानसभा चुनाव के आंकड़ों पर नज़र रखें तो बीजेपी को 105, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली थीं.
जिसके बाद शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने साथ मिलकर सरकार बना ली थी, हालांकि यह गठबंधन की सरकार ज़्यादा दिन तक नहीं चल सकी.
साल 2022 के जून में शिवसेना के आपसी विवाद के कारण एकनाथ शिंदे, शिवसेना के एक गुट के साथ अलग हो गए.
वहीं अजित पवार भी एनसीपी के एक गुट को अपने साथ ले आए और दोनों ने बीजेपी के साथ मिलकर नई सरकार बना ली.
झारखंड में इनके बीच है टक्कर
झारखंड विधानसभा चुनाव में दो चरणों में 13 और 20 नवंबर को मतदान हुआ है. इसके नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.
झारखंड में इंडिया गठबंधन और एनडीए के बीच टक्कर है. महागठबंधन में झारखंड मुक्ति मोर्चा के अलावा कांग्रेस, राजद और वाम दल हैं. भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए में आजसू, जेडीयू और एलजेपी शामिल हैं.
81 सीटों वाली झारखंड विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 41 है. 2019 विधानसभा चुनाव में जेएमएम को 30, कांग्रेस को 16, आरजेडी और सीपीएम को एक-एक सीटें मिली थीं. इस गठबंधन ने सरकार बनाई. वहीं बीजेपी को 25 सीटें मिली थीं.
राज्य की 81 सीटों में से जेएमएम के गढ़ माने जाने वाले संथाल परगना की 18 सीटों और कोल्हान प्रमंडल की 14 विधानसभा सीटों पर लोगों की नज़रें हैं.
2019 विधानसभा चुनावों में संथाल परगना की 18 सीटों में भाजपा सिर्फ तीन पर जीत हासिल कर पाई थी और कोल्हान प्रमंडल की 14 सीटों पर भाजपा का खाता भी नहीं खुला था.
इस बार भी इन 32 सीटों पर सबकी नज़र रहेगी.
ऐसा इसलिए भी क्योंकि झारखंड आंदोलन में हेमंत सोरेन के पिता शिबू सोरेन के मज़बूत साथी रहे चंपाई सोरेन को कोल्हान टाइगर के नाम से भी जाना जाता है और माना जा रहा है कि चंपाई कोल्हान की सीटों को भाजपा के पक्ष में लाने में अहम भूमिका अदा कर सकते हैं.
2019 विधानसभा चुनाव में जेएमएम को 30, कांग्रेस को 16, आरजेडी और सीपीएम को एक-एक सीट मिली थी. इस गठबंधन ने सरकार बनाई. वहीं बीजेपी को 25 सीटें मिली थीं.
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित