इस पास की कीमत 3,000 रुपये होगी। यह खास तौर पर निजी, गैर-व्यावसायिक वाहनों जैसे कार, जीप और वैन के लिए है। यह पास एक्टिवेट होने के बाद एक साल तक या 200 यात्राओं तक (जो भी पहले पूरा हो जाए) मान्य रहेगा। यूजर्स नेशनल हाइवे ऐप और NHAI और MoRTH के ऑफिशियल पोर्टल पर एक खास सेक्शन के जरिए अपने पास को एक्टिवेट और रिन्यू कर सकेंगे।
लोगों को कितना फायदा?
इस पास का मकसद टोल प्लाजा पर होने वाली परेशानियों को कम करना है। खासकर उन लोगों के लिए जो टोल प्लाजा के 60 किलोमीटर के दायरे में रहते हैं। अक्सर ऐसा होता है कि आस-पास रहने वालों को भी टोल देना पड़ता है। इस पास से उन्हें राहत मिलेगी।
अभी जो लोग किसी खास टोल प्लाजा से बार-बार गुजरते हैं, वे एड्रेस प्रूफ और जरूरी कागजात जमा करके मंथली पास बनवा सकते हैं। इन पासों की कीमत 340 रुपये महीना होती है, जो साल में 4,080 रुपये हो जाती है।
Important Announcement 📢
🔹In a transformative step towards hassle-free highway travel, we are introducing a FASTag-based Annual Pass priced at ₹3,000, effective from 15th August 2025. Valid for one year from the date of activation or up to 200 trips—whichever comes…
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) June 18, 2025
क्या है सरकार का मकसद?
सरकार का मानना है कि इस पास से टोल प्लाजा पर भीड़ कम होगी। टोल को लेकर होने वाले झगड़े भी कम होंगे। निजी गाड़ियां हाईवे पर तेजी से चल सकेंगी। सरकार चाहती है कि सब कुछ डिजिटल हो जाए। इससे लोगों को सुविधा होगी और सड़कें भी आधुनिक बनेंगी। यह सब राष्ट्रीय राजमार्ग ग्रिड पर उपयोगकर्ता की सुविधा को बढ़ाने के लिए किया जा रहा है।