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Goa Stampede,जलते अंगारों पर नंगे पांव दौड़.. जानें क्या है गोवा के लैराई देवी मंदिर का वह जतरा जहां भगदड़ ने लीं कई जानें – lairai zatra goa most traditional ritual festival stampede many dead

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May 3, 2025


पणजी : गोवा के लैराई देवी मंदिर में एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान बड़ा हादसा हुआ। श्री लैराई देवी मंदिर शिरगाओ में भगदड़ मच गई। इस हादसे में सात लोगों की मौत हो गई। 15 से ज्यादा लोग घायल हैं। यह घटना श्री लैराई जतरा के दौरान हुई। यह गोवा के सबसे महत्वपूर्ण और भीड़ भरे त्योहारों में से एक है।हजारों लोग मंदिर में ‘धोंडाची जतरा’ के लिए जमा हुए थे। यह एक पारंपरिक रीति है। इसमें भक्त जलते हुए अंगारों पर नंगे पैर चलते हैं। गोवा के लैराई देवी मंदिर भगदड़ का सही कारण अभी पता नहीं चल पाया है। अधिकारी अभी तक मृतकों के नाम नहीं बता पाए हैं।

पत्नी के साथ प्रमोद सावंत मैदान में

घटना के बाद तुरंत इमरजेंसी सेवाएं शुरू की गईं। घायलों को गोवा मेडिकल कॉलेज (GMC), बांबोलिम और उत्तरी गोवा जिला अस्पताल, मापुसा में ले जाया गया। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने पीड़ितों से मिलने के लिए अस्पतालों का दौरा किया। प्रमोद सावंत अपनी पत्नी सुलक्षणा सावंत, राज्यसभा सांसद सदानंद शेत तनावडे और MLA प्रेमेंद्र शेत और कार्लोस फरेरा के साथ उस जगह भी पहुंचे जहां भगदड़ हुई थी।

लगाए गए थे 1 हजार पुलिसवाले

हर साल, श्री लइराई जतरा में गोवा और आसपास के राज्यों से हजारों भक्त आते हैं। इस साल भी ऐसा ही हुआ। भीड़ को संभालने के लिए लगभग 1000 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था। भीड़ पर नजर रखने और हवाई निगरानी के लिए ड्रोन भी लगाए गए थे। लेकिन, इन व्यवस्थाओं के बावजूद, स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई।

क्या है लैराई मंदिर का जतरा

धोंडाची जतरा इस उत्सव का मुख्य आकर्षण है। यह भक्ति को दिखाता है। इसमें नंगे पैर भक्त जलते हुए अंगारों पर चलते हैं। वे देवी लैराई को सम्मान देते हैं। देवी लइराई को देवी पार्वती का रूप माना जाता है। श्री लइराई जतरा सिर्फ एक धार्मिक रीति नहीं है। यह गोवा की संस्कृति और आध्यात्मिकता का हिस्सा है। शिरगाओ का मंदिर हर साल धार्मिक गतिविधियों का केंद्र बन जाता है। यहां मंत्रों, ढोल की थाप, धार्मिक प्रसाद और आग पर चलने की रस्म होती है।

श्री लैराई यात्रा हर साल उत्तरी गोवा में होती है। इसमें 50,000 से ज्यादा श्रद्धालु आते हैं। यह यात्रा बहुत प्रसिद्ध है। बताया जा रहा है कि भगदड़ एक ढलान पर हुई। ढलान होने के कारण भीड़ तेजी से आगे बढ़ी और लोग गिर गए। इससे भगदड़ मच गई।

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