दरअसल के रामचंद्र राव कर्नाटक पुलिस हाउसिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के सीएमडी हैं। फिलहाल सरकार ने उनको अनिवार्य अवकाश पर भेज दिया गया है। अतिरिक्त डीजीपी शरत चंद्र अब उनके कार्यभार को संभालेंगे। यह कार्रवाई मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की ओर से उच्च-स्तरीय जांच के आदेश के बाद हुई है। यह जांच राव की भूमिका की पड़ताल करेगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनकी 31 साल की अभिनेत्री बेटी रान्या राव नियमित रूप से बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पुलिस सुरक्षा का इस्तेमाल करती थीं। वह विदेश यात्राओं से लौटते समय पुलिसवालों से एस्कॉर्ट करवाती थीं और सरकारी गाड़ियों का इस्तेमाल करती थीं।
क्या है मामला?
3 मार्च को जब राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) के अधिकारियों ने रान्या राव को हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया, तब भी पुलिसकर्मी उन्हें ले जाने के लिए इंतज़ार कर रहे थे और एक सरकारी गाड़ी उन्हें घर ले जाने के लिए तैयार थी। अभिनेत्री के शरीर पर 17 सोने की छड़ें बंधी हुई थीं जब DRI अधिकारियों ने उन्हें हिरासत में लिया। उन्होंने हाल के हफ्तों में दुबई की लगभग 30 यात्राएं की थीं। इससे DRI अधिकारियों को इन लगातार यात्राओं के उद्देश्य पर संदेह हुआ।
कर्नाटक पुलिस की छवि पर बड़ा धब्बा है यह केस
मुख्यमंत्री का जांच का आदेश देना ऐसे समय में आया है जब राज्य पुलिस पर आरोप लग रहे हैं कि उन्होंने अपने लोगों और गाड़ियों को एक प्रभावशाली व्यक्ति को अवैध गतिविधि करने की अनुमति दी। सीबीआई ने एक मामला दर्ज किया है और सोने की तस्करी के रैकेट की जांच कर रही है। साथ ही वे इसमें शामिल नेताओं की भूमिका की भी जांच कर रहे हैं। DRI ने बेंगलुरु के एक जाने-माने व्यापारी के पोते तरुण राजू को भी गिरफ्तार किया है। उस पर आरोप है कि उसने दुबई में अभिनेत्री के लिए सोना खरीदने में मदद की। यह मामला कर्नाटक पुलिस की छवि पर एक बड़ा धब्बा है। देखना होगा कि जांच में क्या सामने आता है।