बैंसला के संबोधन के बाद हुआ हंगामा
दोपहर करीब दो बजे तक गुर्जर समाज के अलग-अलग प्रतिनिधियों और नेताओं ने मंच से अपना संबोधन दिया। इसके बाद संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय बैंसला की बारी आई। लोगों में काफी जोश था क्योंकि संघर्ष समिति के आह्वान पर ही यह महापंचायत बुलाई गई थी। शुरुआती भाषण में बैंसला ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार और वर्तमान सरकार ने समाज के साथ न्याय नहीं किया है। सरकार के साथ हुए समझौते की पालना नहीं की गई। बाद में सरकार की ओर से मिले पत्र को बैंसला पढ़ने लगे। यह पत्र सरकार की ओर से तैयार किया गया मसौदा था जिसमें गुर्जर समाज की मांगों को पूरा करने लिए सरकार द्वारा किए जाने वाले प्रयासों का पूरा कार्यक्रम था। इस मसौदा पत्र को पढ़ने के बाद बैंसला ने सरकार के प्रयास को धन्यवाद दिया और महापंचायत के समापन का ऐलान कर दिया। इसके बाद कई युवा हंगामा करने लगे।
लोग बोले – सरकार ने फिर दे दिया लॉलीपॉप
गुर्जर समाज की ओर से सरकार के समक्ष रखी गई मांगों को पूरा करने के लिए जो मसौदा तैयार किया गया। उनमें अधिकतर मांगों को शामिल कर लिया गया था। ऐसे में संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय बैंसला ने सरकार के प्रयास और इस आश्वासन पर धन्यवाद देते हुए महापंचायत के समापन का ऐलान कर दिया। इस दौरान सभा में मौजूद सैकड़ों युवा हंगामा करने लगे। इन युवाओं का कहना था कि सरकार ने फिर से लॉलीपॉप दे दिया और समाज के नेताओं ने स्वीकार कर लिया। यह समाज के लोगों को मंजूर नहीं है। लोगों का कहना था कि अब महापंचायत हुई है तो यहां से कुछ लेकर ही जाएंगे। इसके बाद तनाव और हंगामे की स्थिति उत्पन्न हो गई।
बैंसला निकले तो लोग रेलवे ट्रेक पर पहुंच गए
गहमागहमी के बीच दोपहर करीब तीन बजे विजय बैंसला महापंचायत से निकलने लगे। इस दौरान विरोध करने वाले लोगों ने बैंसला को घेर लिया। अपने समर्थकों के घेरे में बैंसला अपनी गाड़ी तक पहुंचे और वहां से रवाना हो गए। कुछ लोगों ने हंगामा करते हुए गाड़ी रोकने की कोशिश भी की लेकिन बैंसला महापंचायत स्थल से निकल गए। जहां महापंचायत जुटी थी। उससे करीब 150 मीटर दूर ही रेलवे ट्रैक है। गुस्साए लोग रेलवे ट्रैक की ओर बढ़े। उस समय मथुरा सवाई माधोपुर पैसेंजर गाड़ी आ रही थी। लोग पटरी पर पहुंचे तो पायलट ने ट्रेन को रोक दिया। इसके बाद कई लोग ट्रेन के इंजन पर चढ़ गए। कुछ लोगों ने रेलवे की पटरियों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। बताया जा रहा है कि इंजन के शीशों पर भी लोगों ने पत्थर फेंके।