गुरुग्राम: बिल्डिंग की चौथी मंजिल से संदिग्ध हालात में गिरीं दोनों महिलाएं सगी बहनें थी। उनकी मौत के मामले में परिजनों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। आरोप है कि शिकायत देने के बाद भी पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। वहीं पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया। रिपोर्ट में मल्टीपल इंटरनल इंजरी से मौत की बात सामने आई है। दोनों का बिसरा सुरक्षित कर लिया गया है, जिन्हें जांच के लिए भेजा जाएगा।
यूपी के हाथरस की रहने वाली थी दोनों बहनें
मृतका चांदनी और रश्मि दोनों बहनें यूपी के हाथरस की रहने वाली थीं। यहां सेक्टर-40 में घरेलू सहायिका के रूप में काम करती थीं। शुक्रवार को एक बिल्डिंग की चौथी मंजिल से गिरकर दोनों की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। परिजनों ने दोनों की हत्या का शक जताया है। पुलिस ने अभी तक इस मामले में केस दर्ज नहीं किया है। शनिवार को परिजन सेक्टर-40 थाने और पुलिस कमिश्नर के दफ्तर भी पहुंचे, लेकिन पुलिस ने चुप्पी साध ली है।
यूपी के हाथरस की रहने वाली थी दोनों बहनें
मृतका चांदनी और रश्मि दोनों बहनें यूपी के हाथरस की रहने वाली थीं। यहां सेक्टर-40 में घरेलू सहायिका के रूप में काम करती थीं। शुक्रवार को एक बिल्डिंग की चौथी मंजिल से गिरकर दोनों की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। परिजनों ने दोनों की हत्या का शक जताया है। पुलिस ने अभी तक इस मामले में केस दर्ज नहीं किया है। शनिवार को परिजन सेक्टर-40 थाने और पुलिस कमिश्नर के दफ्तर भी पहुंचे, लेकिन पुलिस ने चुप्पी साध ली है।
पुलिस ने कही ये बात
परिजनों के अनुसार, शुक्रवार शाम को दोनों बहनों ने परिजनों का फोन नहीं उठाया। चांदनी के पति दीपक वहां पहुंचे तो देखा कि दोनों बहनें लहूलुहान पड़ी हैं। दोनों को शिवम अस्पताल, सेक्टर-30 ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया था। दीपक ने बताया कि वह मकान नंबर 329 में ही अपनी पत्नी चांदनी के साथ 8 महीने से रह रहे थे, जबकि, रश्मी की करीब दो साल की एक बेटी है। पुलिस प्रवक्ता संदीप कुमार का कहना है कि मामले की जांच चल रही है। सीन ऑफ क्राइम टीम सहित अन्य टीमों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है।