09:59 AM, 26-Aug-2025
हरतालिका तीज के दिन करें ये उपाय (Hartalika Teej Upay)
- हरतालिका तीज के दिन विधिपूर्वक भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करनी चाहिए। पूजा के बाद शिव चालीसा का पाठ करने से मनुष्य के जीवन में चल रही आर्थिक तंगी दूर हो जाती है।
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हरतालिका तीज के दिन भगवान शिव को पांच आक के फूल चढ़ाने से आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
- वैवाहिक जीवन में सुख और प्रेम के लिए हरतालिका तीज के दिन गुप्त रूप से भगवान गणेश की पंचोपचार विधि से पूजा करनी चाहिए और उन्हें दूर्वा और मालपुआ का भोग लगाना चाहिए।
- महिलाएं अपने बच्चों के विकास के लिए भी हरतालिका तीज को उत्साह से मनाती हैं। ऐसे में उस दिन पूजा के बाद गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए। इसके अलावा शिवलिंग पर 11 बिल्व पत्र भी चढ़ाएं। इससे आपके बच्चे के जीवन में खुशियां आ जाएंगी।
09:40 AM, 26-Aug-2025
हरतालिका तीज 2025 चौघड़ियां मुहूर्त (Hartalika Teej Pooja Time)
चर मुहूर्त- सुबह 09:09 बजे से 10:46 बजे तक
लाभ मुहूर्त- सुबह 10:46 बजे से 12:23 बजे तक
अमृत मुहूर्त- दोपहर 12:23 बजे से 01:59 बजे तक
शुभ मुहूर्त- शाम 03:36 बजे से 05:13 बजे तक
चर मुहूर्त- मध्य रात्रि 01:46 बजे से 03:10 बजे तक 27 अगस्त
09:29 AM, 26-Aug-2025
हरतालिका तीज पूजन सामग्री (Hartalika Teej 2025 And Pujan Samagri)
हरतालिका तीज पर पूजन के लिए इन सामग्रियों का होना आवश्यक है।
– भगवान शिव, देवी पार्वती और भगवान गणेश की मिट्टी की प्रतिमा
– पीले रंग का कपड़ा
– जनेऊ, सुपारी, बेलपत्र, कलश, अक्षत, दूर्वा, घी, दही और गंगाजल
– देवी पार्वती के लिए श्रृंगार के लिए सिंदूर, बिंदी, चूड़ी, कंघा, मेंहदी और कुमकुम
09:20 AM, 26-Aug-2025
हरतालिका तीज पर पूजा मुहूर्त
- हरतालिका तीज पर पहला मुहूर्त (ब्रह्म मुहूर्त) सुबह 4 बजकर 27 मिनट से सुबह के 5:12 मिनट तक रहेगा।
- दूसरा (अभिजीत मुहूर्त) सुबह 11 बजकर 57 मिनट से दोपहर 12 बजकर 48 मिनट तक मान्य है।
- तीसरा (विजय मुहूर्त) दोपहर में 2 बजकर 31 मिनट से दोपहर 3 बजकर 23 मिनट तक रहने वाला है।
09:05 AM, 26-Aug-2025
- महिलाओं को इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि यदि वे मासिक धर्म में हों तो हरतालिका तीज का व्रत न करें। अगर मन से संकल्प करना चाहें, तो केवल ध्यान, मंत्र-जाप और मानसिक पूजा करें और पूजा सामग्री को छूने से बचें।
09:00 AM, 26-Aug-2025
- व्रत के समय पति-पत्नी के बीच किसी प्रकार का विवाद या झगड़ा अशुभ माना जाता है। ऐसा करने से व्रत का प्रभाव कम हो सकता है और नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इसलिए इस दिन वातावरण को सकारात्मक बनाए रखें।
08:46 AM, 26-Aug-2025
व्रत के दौरान करें इन विशेष नियमों का पालन
- मान्यता है कि इस दिन महिलाओं को दिन में सोना नहीं चाहिए और रात को भी जागरण शुभ माना जाता है। भजन-कीर्तन करना और भगवान शिव-पार्वती के नाम का जाप करने से व्रत का पुण्य कई गुना बढ़ जाता है।
- इस दिन महिलाओं को अपनी मांग खाली नहीं रखनी चाहिए, बल्कि सोलह श्रृंगार करना चाहिए। धार्मिक परंपरा के अनुसार इस दिन काले रंग के वस्त्र और चूड़ियां पहनना वर्जित होता है। इसके बजाय हरे और लाल रंग को शुभ माना गया है।
08:45 AM, 26-Aug-2025
व्रत का पौराणिक कथानक
शिवमहापुराण के अनुसार, माता पार्वती ने कई जन्मों तक भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए कठोर तपस्या की। बाल्यावस्था में ही उन्होंने हिमालय पर्वत पर गंगा तट पर अधोमुखी होकर तप करना शुरू कर दिया। वह केवल सूखे पत्तों का सेवन कर कठोर तप में लीन रहती थीं। एक बार देवऋषि नारद विष्णुजी के विवाह प्रस्ताव के साथ पार्वती के पिता के पास पहुँचे। जब यह बात पार्वतीजी को ज्ञात हुई तो उनकी सखी ने उन्हें वन में जाने की सलाह दी। वहाँ उन्होंने रेत से शिवलिंग बनाकर भाद्रपद शुक्ल पक्ष की तृतीया को भगवान शिव की आराधना की। अंततः भगवान शिव प्रसन्न होकर प्रकट हुए और पार्वतीजी को पत्नी रूप में स्वीकार कर लिया।
08:38 AM, 26-Aug-2025
व्रत का आध्यात्मिक महत्व
इस तीज पर स्त्रियां निर्जल व्रत रखकर भगवान गणेश एवं शिव-पार्वती का पूजन-अर्चन करती हैं और सुखद दाम्पत्य जीवन एवं परिवार की खुशियों के लिए मंगल कामना करती हैं। अविवाहित कन्याएं इसे मनचाहे वर की प्राप्ति के लिए और सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु और दांपत्य सौभाग्य की वृद्धि के लिए करती हैं।
महिलाएं इस दिन संपूर्ण श्रृंगार करती हैं, सुंदर वस्त्र और आभूषण पहनकर लोकगीत गाती हैं, झूला झूलती हैं और रिश्तों के लगाव के इस पर्व को उमंग और उल्लास से मनाती हैं।