मुख्यमंत्री नायब सैनी मंत्रियों को विभाग अलॉट करने से पहले गृहमंत्री अमित शाह तथा बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ चर्चा करके उनकी मंजूरी लेंगे। शनिवार की सुबह कैबिनेट मंत्री राव नरबीर, रणबीर गंगवा और राज्य मंत्री गौरव गौतम ने मुख्यमंत्री नायब सैनी से मुलाकात की। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली भी मौजूद रहे। मंत्रिमंडल के सबसे सीनियर मंत्री अनिल विज को इस बार गृह मंत्रालय मिलने के बहुत कम आसार हैं।
अनिल विज को कौन सा विभाग
इस बार के पोर्टफोलियो में अनिल विज को शहरी निकाय और उच्च शिक्षा विभाग मिलने की संभावना है। वहीं उद्योग और वाणिज्य विभाग विपुल गोयल को दिए जाने के आसार हैं। पहले टर्म में सहकारिता विभाग की जिम्मेदारी देखने वाले महिपाल ढांडा को इस बार कृषि, पशुपालन और मत्स्य विभाग दिया जा सकता है। श्रुति चौधरी को आबकारी एवं कराधान विभाग तो श्याम सिंह राणा को सहकारिता विभाग मिलने की चर्चाएं हैं। डॉ.अरविंद शर्मा को स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग मिलने की उम्मीद है। जबकि महिला व बाल विकास आरती राव को मिल सकता है।
इन मंत्रियों को ये विभाग देने की चर्चा
इसके अलावा कृष्ण कुमार बेदी को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग मिल सकता है, जबकि राव नरबीर को लोक निर्माण विभाग व जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग मिलने की संभावना है। कृष्ण लाल पंवार को बिजली, जेल और आवास विभाग दिए जा सकते हैं, जबकि रणवीर गंगवा को पंचायत विभाग मिलने की संभावना है।
गौरव गौतम को मिल सकता है ये विभाग
प्रदेश का शिक्षा और खेल विभाग गौरव गौतम को मिलने की उम्मीद है, जबकि राजेश नागर को खाद्य एवं आपूर्ति विभाग मिलने की संभावना है। इन सब अटकलों के बीच सभी मंत्री दिल्ली दरबार में अपनी-अपनी लॉबिंग में जुटे हुए हैं। उधर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने कहा कि सरकार का जिस तरह से मंत्रिमंडल पूरी तरह से संतुलित है, उसी तरह से मंत्रियों के विभाग भी संतुलित होंगे। उन्होंने कहा कि मंत्रियों को विभाग अलॉट करने में एक या दो दिन का समय लग सकता है।