न्यूजीलैंड के विकेटकीपर ब्लैंडल से कप्तान टॉम लाथम ने सुझाव मांगा, लेकिन उन्हें कुछ पता नहीं चल पाया था कि गेंद पहले बैट से लगी या फिर पैड से। हालांकि, एजाज पटेल ने अपने कप्तान को डीआरएस लेने के लिए मना लिया। डीआरएस लेते ही फैसला थंड अंपायर के पास गया। थर्ड अंपायर ने देखा कि गेंद स्निकोमीटर में पैड पर लगने से पहले एक स्पाइक बना रही थी। फिर क्या न्यूजीलैंड के खेमें में खुशी की लहर दौड़ गई।
अंपायर ने नहीं मानी ऋषभ पंत की बात
ऋषभ पंत को इस बात का अंदाजा था कि गेंद बैट से नहीं बल्कि पैड पर लगी है। थर्ड अंपायर को भी ऐसा लगा कि रिफ्लेक्शन के कारण बैट के करीब से जब गेंद गुजरी तो स्पाइक नजर आई है, लेकिन मामला इतना करीबी था कि बेनिफिट ऑफ डाउट का फायदा कीवी टीम को मिला और पंत को आउट करार दिया। इस दौरान पंत लगातार अंपायर को मनाने की कोशिश करते रहे थे, लेकिन बात नहीं बन पाई और उन्हें वापस जाना पड़ गया।
ऋषभ पंत बेशक आउट हो गए लेकिन उन्होंने अपनी बैटिंग से मैच को टीम इंडिया की तरफ जरूर कर दिया। पंत ने 57 गेंद में 64 रनों की ताबड़तोड़ बैटिंग की। इस दौरान उन्होंने 9 चौके और 1 छक्का भी लगाया। पंत ने उस समय टीम इंडिया की पारी को संभालने का काम किया जब न्यूजीलैंड ने 29 रन के स्कोर पर अपने 5 विकेट गंवाए थे। ऋषभ पंत ने पहली पारी में भी दमदार अर्धशतकीय पारी खेली।