सेना की PC में NBT संवाददाता ने किया ये सवाल
नवभारत टाइम्स संवाददाता पूनम पांडे ने सवाल किया कि पाकिस्तान ने जब प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी तो उसमें उन्होंने एक वाक्य इस्तेमाल किया ‘दिस इज न्यू आर्ट ऑफ वॉर’। हम सबने देखा शायद पहली बार था कि दोनों ही देशों की एयरफोर्स के एयरक्राफ्ट आसमान में आमने-सामने थे। 2016 के बाद ड्रोन का जो पूरा वॉरफेयर में रोल है वो दिखा था। हमने भी वो दिखाया। ये किस स्तर की वॉर थी। कितने एयरक्राफ्ट उनके शामिल थे और कितने हमारे थे। क्या इसे अब तक की सबसे बड़ी जंग जो आसमान में हुई वो कहा जाए और ड्रोन के रोल पर भी।
DG AO एके भारती ने दिया ये जवाब
एनबीटी के सवाल पर डीजी एयर ऑपरेशंस एयर मार्शल एके भारती ने कहा कि इस लड़ाई के डिटेल्स अभी हम शेयर नहीं कर सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें अभी काफी कुछ ऑपरेशन डिटेल्स होंगे। कितने जहाज थे दोनों तरफ से, किस तरह की लड़ाई हुई, ये सब टेक्निकल डिटेल्स है। ये अभी शेयर नहीं किया जा सकता है। हां ये जरूर है कि ये दूसरी तरह का वॉरफेयर था। ऐसा होना तय था।
हां… इस बार की लड़ाई अलग थी- DGAO
डीजीएओ ने आगे कहा कि हम लोग पिछली लड़ाई और अगली लड़ाई जो कभी होगी, भगवान करे न हो। वो लड़ाई पिछली लड़ाई की तरह नहीं होगी। हर एक लड़ाई अलग तरीके से लड़ी जाती है। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी एडवांस हो रही, हम भी एडवांस हो रहे। अगर आप कहते हैं कि ये लड़ाई अलग रही तो हां बिल्कुल ऐसा है। इस बार की लड़ाई अलग थी। हम इसके लिए तैयार थे। हमारे सभी मिलिट्री बेस, सभी सिस्टम, सभी उपकरण ऑपरेशनल तैयार हैं और अगले मिशन के लिए तैयार हैं।
‘हमारी लड़ाई आतंकवाद और आतंकियों के खिलाफ थी’
डीजीएओ एके भारती ने कहा कि हमारी लड़ाई आतंकवाद और आतंकियों के खिलाफ थी। इसलिए 7 मई को हमने केवल आतंकी ठिकानों पर ही हमला किया था पर अफसोस इस बात का है कि पाकिस्तानी सेना ने आतंकियों का साथ देना उचित समझा। इस लड़ाई को अपनी लड़ाई बना ली। इसके बाद हमने जवाबी कार्रवाई की, इसमें उसका जो भी नुकसान हुआ इसके लिए वो खुद इसके लिए जिम्मेदार था। हमारी एयर डिफेंस सिस्टम दीवार की तरह खड़ी थी और इसको भेदना दुश्मन के लिए असंभव था।