देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो इन दिनों भारी परिचालन संकट से गुजर रही है। पिछले कुछ दिनों से उड़ान रद्द होने और देरी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। इस स्थिति को देखते हुए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) और नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने मामले की समीक्षा की है और एयरलाइन को सुधार के निर्देश दिए हैं। जानकारी के मुताबिक, इंडिगो ने गुरुवार को 550 से अधिक घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द कर दीं और कई हवाई अड्डों पर सेवाएं विलंबित रहीं, क्योंकि परिचालन संबंधी व्यवधान लगातार तीसरे दिन भी जारी रहा, जिससे सैकड़ों यात्रियों की यात्रा योजनाएं प्रभावित हुईं।
इंडिगो में रद्द उड़ानों में तेज बढ़ोतरी
डीजीसीए के अनुसार, इंडिगो में उड़ान रद्द होने की संख्या अब 170 से 200 प्रतिदिन पहुंच गई है, जो सामान्य स्थिति से कई गुना अधिक है। डीजीसीए ने कहा कि वे इस पूरे मामले पर करीबी नजर बनाए हुए हैं और टिकट किराए पर भी निगरानी रखी जाएगी ताकि कोई एयरलाइन इसका गलत फायदा न उठा सके।
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गलत अनुमान और योजना की गलती- इंडिगो
डीजीसीए को भेजे गए जवाब में इंडिगो ने स्वीकार किया है कि उड़ानें रद्द होने की वजह नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम नॉर्म्स लागू करते समय गलती, योजना और क्रू उपलब्धता का गलत अनुमान बताया गया है। एयरलाइन ने कहा कि यह स्थिति अस्थायी है और सुधारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं।
स्थिति कब तक सुधरेगी?
इंडिगो के मुताबिक, अगले दो-तीन दिनों तक और उड़ानें रद्द की जाएंगी ताकि शेड्यूल स्थिर किया जा सके। 8 दिसंबर से कंपनी उड़ानों की संख्या कम करेगी, ताकि संचालन सामान्य हो सके। पूरी तरह से व्यवस्थित संचालन 10 फरवरी 2026 तक बहाल करने का दावा किया गया है।