घटना शनिवार के दिन हुई जबकि इसका वीडियो मंगलवार के दिन वायरल हुआ है। कमलेश कालरा ने इस हमले के लिए एमआईसी मेंबर जीतू यादव पर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि यह हमला राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के कारण हुआ है। वहीं, जूनी इंदौर पुलिस ने पार्षद कमलेश कालरा के बेटे की शिकायत पर 30 से 40 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। हालांकि, इस मामले में अभी तक पुलिस ने जीतू यादव के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। स्थानीय लोगों ने इस घटना की निंदा की है और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
पार्षद ने कमिश्नर से की मुलाकात
पार्षद कमलेश कालरा ने मंगलवार के दिन इंदौर पुलिस कमिश्नर से भेंट कर एमआईसी सदस्य जीतू यादव के खिलाफ भी मामला दर्ज करने की मांग की। उन्होंने कई गंभीर आरोप लगाते हुए चेतावनी दी कि यदि उचित कार्रवाई नहीं की गई, तो वे अपने परिवार के साथ आत्महत्या जैसा कठोर कदम उठाने को मजबूर हो जाएंगे।
पार्टी ने दोनों नेताओं को जारी किया नोटिस
इस घटना के बाद भाजपा नगर अध्यक्ष गौरव रणदीवे ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पार्षद कमलेश कालरा और एमआईसी सदस्य जीतू यादव को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। पार्टी ने दोनों नेताओं से अलग-अलग मामलों में स्पष्टीकरण मांगा है। पार्षद कालरा ने उनके घर हुई गुंडागर्दी की शिकायत भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से भी की थी।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, तीन दिन पहले शनिवार को पार्षद के घरवालों से मारपीट हुई थी। बदमाशों ने वार्ड 65 के पार्षद कमलेश कालरा के घर में घुसकर नाबालिग बेटे को पिटा था। आरोपियों ने पार्षद बेटे के कपड़े उतारकर मारपीट की फिर इसका वीडियो बनाया। पिटाई के दौरान वह छोड़ देने की गुहार लगाता रहा। बदमाशों ने महिलाओं से बदतमीजी की। इसके साथ ही घर से जाते समय बाहर लगा नेमप्लेट भी तोड़ दिया।