जिम्मेदारियों के प्रति समर्पित थी परिणिता
परिणिता के पिता सुरेंद्र जैन इस सदमे से उबर नहीं पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह जीवन से भरपूर थी। अपनी संस्कृति, अपने परिवार और अपनी जिम्मेदारियों के प्रति समर्पित थी। उन्होंने बताया कि परिणिता की एक स्थिर नौकरी थी। वह घर के कामकाज भी संभालती थी। धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती थी।
बाल झड़ने की समस्या को लेकर ली थी सलाह
जैन ने बताया कि एक हफ्ते पहले ही परिणिता ने बालों के झड़ने की समस्या के लिए डॉक्टर से सलाह ली थी। कुछ ब्लड टेस्ट भी करवाए थे, जिनकी रिपोर्ट सामान्य आई थी। उन्हें इस बात का कोई अंदाजा नहीं था कि उनकी बेटी इतनी जल्दी दुनिया छोड़ जाएगी।
जिम जाती थी परिणिता
परिणिता अपनी सेहत को लेकर काफी सजग थीं। वह नियमित रूप से योग करती थीं, जिम जाती थीं और अपनी फिटनेस का पूरा ध्यान रखती थीं। हालांकि, उन्हें अपने बालों के झड़ने की चिंता थी। मंगलवार को इंदौर में परिवार ने प्रार्थना सभा का आयोजन किया। परिवार, दोस्त और पड़ोसी बड़ी संख्या में शामिल हुए। सभी इस बात को समझने की कोशिश कर रहे थे कि कैसे इतनी जिंदादिल लड़की एक पल में सबको छोड़कर चली गई।
दुखी पिता ने बताया कि उसने संगीत की परफॉर्मेंस के लिए एक महीने से भी ज्यादा समय तक तैयारी की थी। परिणिता का अंतिम संस्कार विदिशा में किया गया।
हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. गिरीश कवठेकर ने कहा कि अगर किसी की अप्रत्याशित मौत कार्डियक अरेस्ट से हुई है, खासकर ऐसे परिवार में जहां हृदय रोगों का इतिहास रहा हो, तो परिवार के सदस्यों को तुरंत पूरी कार्डियक स्क्रीनिंग करवानी चाहिए। उन्होंने बताया कि ऐसी घटनाएं कई कारणों से हो सकती हैं। जन्मजात कार्डियोमायोपैथी (जन्म के समय मौजूद हृदय रोग), एरिथमोजेनिक कार्डियोमायोपैथी (एक दुर्लभ, वंशानुगत हृदय रोग), या अन्य वंशानुगत हृदय स्थितियां इसके कुछ कारण हो सकते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि आजकल सक्रिय और व्यायाम करने वाले युवाओं में भी हृदय संबंधी समस्याएं बढ़ रही हैं। पूरे देश में अचानक कार्डियक अरेस्ट के मामले बढ़ रहे हैं।
डॉक्टर से करवाते रहे चेकअप
परिणिता की अचानक मौत ने सबको झकझोर कर रख दिया है। यह घटना हमें याद दिलाती है कि जीवन कितना अनिश्चित है। हमें अपनी सेहत का ध्यान रखना चाहिए और नियमित रूप से चेकअप करवाते रहना चाहिए। खासकर अगर परिवार में हृदय रोगों का इतिहास हो, तो और भी सावधानी बरतनी चाहिए।