ईरान और इस्राइल के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है। इसी बीच ईरान और अमेरिका के बीच रविवार को ओमान की राजधानी मस्कट में होने वाली परमाणु वार्ता भी रद्द कर दी गई है। इस बात पर ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माईल बकाई ने शनिवार को कहा कि अमेरिका के साथ आगे होने वाली परमाणु बातचीत का अब कोई मतलब नहीं रह गया है। उन्होंने इस समय में इस वार्ता को बेकार और अर्थहीन है।
बकाई ने कहा कि फिलहाल ईरान की प्राथमिकता दुश्मन के हमलों का जवाब देना है। उन्होंने अमेरिका को हमलावर का मुख्य समर्थक और साथी बताया। बता दें कि ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का ये बयान ऐसे समय में किया, जब ईरान और इस्राइल के बीच परमाणु कार्यक्रम को लेकर तनाव बढ़ गया और इस्राइल ने ईरान पर जोरदार हमले किए।
ईरानी जनता पर अन्यायपूर्ण युद्ध थोपा- बकाई
ईरानी विदेश मंत्रालय की ओर से एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर जारी बयान में कहा गया कि बकाई ने ओमान की राजधानी मस्कट में रविवार को होने वाली प्रस्तावित बातचीत को लेकर पत्रकारों के सवालों के जवाब में यह बात कही। उन्होंने कहा कि कूटनीति और शांति के दुश्मनों ने ईरानी जनता पर एक अन्यायपूर्ण युद्ध थोप दिया है।
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परमाणु मशले पर वार्ता को बताया बेकार
उन्होंने कहा कि अमेरिका ने अपने संवाद और कूटनीति के तमाम दावों के बावजूद इस्राइली आक्रामकता का समर्थन किया है, जिसमें हमारे शांतिपूर्ण परमाणु ठिकानों को निशाना बनाना भी शामिल है। इसके साथ ही बकाई ने स्पष्ट किया कि ऐसे हालात में, और जब तक ईरानी जनता पर इस्राइली हमले बंद नहीं होते, उस पक्ष से बातचीत करना, जो खुद हमलावर का समर्थन करता है, पूरी तरह से बेकार है।
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ओमान के विदेश मंत्री ने दी थी जानकारी
बता दें कि इससे पहले ओमान के विदेश मंत्री बदर अल-बुसैदी ने शनिवार को सोशल मीडिया के जरिए बताया कि ईरान और अमेरिका के बीच तेहरान में चल रहे परमाणु कार्यक्रम को लेकर जो वार्ता होनी थी, वह अब नहीं होगी। उन्होंने बताया कि यह वार्ता रविवार को ओमान की राजधानी मस्कट में प्रस्तावित थी, लेकिन इस्राइल द्वारा ईरान पर किए गए हमलों के बाद इसे रद्द कर दिया गया है।
यह घोषणा ऐसे समय में आई है जब ईरान के विदेश मंत्री ने कहा है कि वर्तमान में चल रहे इस्राइली हमलों के बीच किसी भी तरह की बातचीत अवांछनीय और अनुचित” होगी। ओमान अब तक इन वार्ताओं में मध्यस्थ की भूमिका निभा रहा था।