20 लड़ाकू विमानों ने की बमबारी
इजरायली सेना (IDF) के अनुसार, यमन के बंदरगाह शहर पर हमले में 20 इजरायली वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने हिस्सा लिया। हमले में हूतियों के बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया गया, जिसमें हुदैदाह बंदरगाह और पास के शहर बाजिल के पास एक कंक्रीट फैक्ट्री शामिल है। इजरायली लड़ाकू विमानों ने लगभग 2000 किलोमीटर की दूरी की उड़ान भरकर हूती ढांचे को निशाना बनाया।
आईडीएफ ने बताया कि फाइटर जेट ने हूती लक्ष्यों पर कम से कम 50 बम गिराए। ऑपरेशन में आईएएफ रिफ्यूलर और जासूसी विमानों ने भी हिस्सा लिया। इजरायली सेना ने हमले के बाद तस्वीरें प्रकाशित की हैं, जिसमें फाइटर जेट को उड़ान की तैयारी करते दिखाया गया है।
हूतियों की अर्थव्यवस्था पर हमला
इजरायली सेना ने कहा कि यह हमला हूती शासन की अर्थव्यवस्था और उसके सैन्य निर्माण के लिए एक झटका है। बाजिल कंक्रीट फैक्ट्री हूती आतंकवादी शासन के लिए एक महत्वपूर्ण आर्थिक संसाधन के रूप में काम करती है और इसका उपयोग सुरंगों और सैन्य बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए किया जाता है। इसने कहा कि हुदैदाह बंदरगाह का इस्तेमाल हूती आतंकी ‘ईरानी हथियारों, सैन्य जरूरतों के लिए उपकरणों और अन्य आतंकवादी उद्देश्यों के ट्रांसफर के लिए’ करते थे।
जनवरी के बाद पहला हमला
इजरायल ने कहा है कि यमन पर हमला हूतियों के इजरायल के खिलाफ बार-बार किए गए हमलों के जवाब में किया गया है, जिसमें मिसाइलों और यूएवी को इजरायली क्षेत्र और उसके नागरिकों की ओर लॉन्च किया गया था। गाजा में युद्ध शुरू होने के बाद से यमन में यह छठा इजरायली हमला था। वहीं, इस साल जनवरी के बाद यह पहला हमला था। मार्च में हूतियों के खिलाफ बड़ा अमेरिकी अभियान शुरू होने के बाद से आईडीएफ ने यमन पर हमला करना रोक दिया था।