तीसरे चरण में हुई बंपर वोटिंग
आयोग का कहना है कि यूं तो इस अंतिम चरण में सभी मतदाताओं ने वोटिंग के प्रति अधिक क्रेज दिखाया। लेकिन इनमें भी महिलाओं,यूथ और बुजुर्गों ने जमकर वोटिंग करते हुए नया रिकॉर्ड बना दिया। 100 साल की उम्र वाले वोटर भी वोट डालने पोलिंग स्टेशन पहुंचे। हालांकि, 2014 के बाद जम्मू-कश्मीर में हुए विधानसभा चुनावों में इस साल लोकसभा चुनावों से अधिक मतदान हुआ।
जिला | सीट | वोटिंग प्रतिशत |
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बांदीपोरा | 03 | 67.65 |
बारामुला | 07 | 61.03 |
जम्मू | 11 | 71.38 |
कठुआ | 06 | 73.34 |
कुपवाड़ा | 06 | 66.80 |
सांबा | 03 | 76.49 |
उधमपुर | 04 | 76.09 |
2014 के मुकाबले कम हुई वोटिंग
सचाई यह भी है कि यह मतदान 2014 में हुए विधानसभा चुनाव के 65.23 फीसदी मुकाबले काफी रहा। इसका असल कारण इस बार पहले दो चरण में वोटिंग कम होना भी रहा। जिसमें पहले चरण में 24 सीटों के लिए 61.38 फीसदी और 26 सीटों के लिए दूसरे चरण में 57.31 वोट पड़े। जबकि सबसे कम वोट पड़ने वाली सीटों में बारामुला जिले की सुपौर सीट रही। जहां 45.32 फीसदी ही वोट पड़े। दूसरे नंबर पर इसी जिले की बारामुला सीट रही। यहां 53.90 फीसदी वोट पड़े।