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Jharkhand Elections: भाजपा में बगावत का सिलसिला नहीं रहा थम, जानें BJP में मची भगदड़ की क्या है वजह? – jharkhand elections exodus in bjp after ticket distribution several leaders rebel know the reasons

Byadmin

Oct 21, 2024


रांचीः झारखंड विधानसभा चुनाव की गतिविधियां तेज होने लगी हैं। एनडीए और इंडिया ब्लाक में उम्मीदवारों की घोषणा होने लगी है। भाजपा ने सबसे पहले 66 उम्मीदवारों की सूची जारी की। इंडिया ब्लॉक में जेएमएम के उम्मीदवार घोषित तो नहीं हुए हैं, लेकिन सभी सिटिंग विधायकों को टिकट देने का पार्टी ने फैसला किया है। जो विधायक अपनी सीट पर अपने परिजन को चुनाव लड़ाना चाहते हैं या जिन्होंने पार्टी छोड़ दी है, उन्हीं सीटों पर जेएमएम उम्मीदवार पार्टी उतारेगी। इंडिया ब्लॉक में 12 सीटों की मांग पर आरजेडी अड़ा हुआ है तो कांग्रेस में टिकट पर अंतिम निर्णय आलाकमान को लेना है।

एनडीए ने घोषित किए उम्मीदवार

भाजपा ने अपने 68 उम्मीदवारों में दो को छोड़ बाकी के नाम घोषित कर दिए हैं। भाजपा की सहयोगी आजसू पार्टी ने भी गठबंधन में मिलीं 10 में आठ पर उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं। जेडीयू को मिली दो सीटों पर नाम का ऐलान तो नहीं हुआ है, लेकिन उनके नाम सार्वजनिक हो गए है। जमशेदपुर पश्चिमी और तमाड़ की सीटें जेडीयू को मिली हैं। सरयू राय जमशेदपुर पश्चिमी से लड़ेंगे तो पूर्व मंत्री राजा पीटर तमाड़ में उम्मीदवार होंगे। एलजेपी को लोहरदगा की सीट मिली है। वहां भी उम्मीदवार तय हो चुका है।

भाजपा ने शुरू की थी तोड़फोड़

भाजपा ने लोकसभा चुनाव से ही जेएमएम के लोगों को तोड़ना शुरू किया था और अब जेएमएम ने भाजपा के लोगों को अपने पाले में लाना शुरू किया है। टिकट न मिल पाने से नाराज भाजपा नेताओं के इस्तीफे का सिलसिला शुरू हो गया है। केदार हाजरा, मेनका सरदार, संदीप वर्मा, लुइस मरांडी, गणेश महली, मलखान सिंह, विनोद सिंह, राज पलिवार और बाटुल झा जैसे नेता बागी बन रहे हैं। इनमें कुछ ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है तो कुछ जेएमएम की शरण में जा सकते हैं। चर्चा है कि लुईस मरांडी जामा सीट से जेएमएम प्रत्याशी होंगी। सीता सोरेन के भाजपा में जाने से यह सीट खाली हुई है।

भाजपा में चार पूर्व सीएम के परिजन मैदान में

भाजपा की एक और खासियत इस बार दिख रही है। पार्टी के टिकट पर सूबे के चार मुख्यमंत्रियों या उनके परिजनों को मैदान में उतारा गया है। बाबूलाल मरांडी खुद धनवार सीट से चुनाव लड़ रहे हैं तो अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा पोटका से प्रत्याशी बनाई गई हैं। जेएमएम से आकर चंपाई सोरेन अपनी पुरानी सीट सरायकेला से भाजपा के टिकट पर लड़ रहे हैं तो पार्टी ने उनके बेटे को भी उम्मीदवार बनाया है। मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा भी चुनाव लड़ रही हैं।

हेमंत पूरा नहीं कर पाए कार्यकाल

विधानसभा चुनाव की कई नई और रोचक जानकारियां भी मिल रही हैं। विधानसभा का पांच साल का कार्यकाल पूरा करने वाले हेमंत सोरेन दूसरे सीएम होंगे। हालांकि पांच महीने का व्यतिक्रम हेमंत के कार्यकाल में भी है। मनी लांड्रिंग में हेमंत पांच महीने जेल में रहे और उनकी जगह चंपाई सोरेन ने उक्त अवधि में सीएम का कार्यभार संभाला। चंपाई अब भाजपा में हैं। पार्टी ने उन्हें और उनके बेटे को भी इस बार उम्मीदवार बनाया है। अभी तक बेधड़क पांच साल सीएम रहने का रिकॉर्ड रघुवर दास के नाम ही दर्ज है।

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