क्या है पूरा मामला?
मामला कानपुर के गोविंदनगर का है। यहां पर कोचिंग संचालक अपने परिवार के साथ रहते हैं। उनका तीन मंजिला मकान है। पहले तल को उन्होंने तीन माह पहले छत्तीसगढ़ निवासी विनय और उसकी पत्नी को किराए पर दिया था। विनय दादानगर इलाके में प्राइवेट नौकरी करता था। कोचिंग संचालक में घर में उनकी 10वीं कक्षा में पढ़ाई करने वाली बेटी भी रहती है।
परिजनों का आरोप है कि दंपत्ति ने उनकी 15 वर्षीय बेटी को अपने कमरे पर बुलाना शुरू कर दिया। शुरुआती दिनों में मकान मालिक ने इस पर कोई ऐतराज नहीं जताया। हालांकि, उनकी घनिष्ठता बढ़ती जा रही थी। इसको देखकर मकान मालिक को संदेह हुआ।
बेटी को जाने से रोका
मकान मालिक ने बेटी को ऊपरी तल पर इसके बाद जाने से मना कर दिया। इसके बाद भी दंपति उनकी बेटी को चुपके से बुला लेते थे। मकान मालिक का कहना है कि 24 फरवरी को उनका परिवार सोया था। इसी दौरान दंपति उनकी बेटी को लेकर फरार हो गया।
सुबह जब लोग उठे तो बेटी गायब थी। ऊपरी तल पर किराएदार के कमरे में देखने गए तो वहां भी ताला लगा था। इसके बाद मकान मालिक ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उस समय उनके मोबाइल स्विच ऑफ थे।
पिछले साल हुई थी शादी
पुलिस ने अपहरण का केस दर्ज कराए जाने के बाद जांच तेज की। आरोपित दंपति और किशोरी को फरीदाबाद से पकड़ा गया। वे तीनों वहां एक रूम में रुके थे। पुलिस ने दंपति को पकड़कर जेल भेजा है। वहीं, किशोरी का थाने में बयान लिया गया। पूछताछ के दौरान विनय की पत्नी ने बताया किया उनकी शादी जनवरी 2024 में हुई थी। दोनों ने लव मैरिज किया था।
विनय की पत्नी ने बताया कि जब उनकी शादी हुई थी तो वह भी नाबालिग थी। उस समय उसके परिजनों ने थाने में केस दर्ज कराया था। इस मामले में भी विनय जेल गया था। जेल से छूटने के बाद दोनों साथ रहने लगे। विनय के मौसा ने गोविंदनगर में रखवाया था।
मंदिर में शादी की बात
किशोरी ने अपने बयान में कहा है कि पति-पत्नी ने घर से गहने, जेवर और पैसे लाने को कहा था। वह महिला को दीदी कहकर संबोधित कर रही थी। उसने कहा कि हम जब यहां से निकले तो दीदी ने मंदिर में विनय से हमारी शादी कराई। वहीं, किशोरी के पिता ने कहा कि बेटी के गायब होने के बाद हमने आलमारी चेक की। वहां से पत्नी के गहने और जेवर गायब मिले।