जानिए क्या है मामला
रसूलाबाद थाना क्षेत्र के भग्गानिवादा गांव का यह मामला है। यहां रहने वाले योगेश तिवारी का विवाह करीब 15 वर्ष पहले सोनी द्विवेदी निवासी सांधी थाना, बिल्हौर, कानपुर नगर से हुआ था। दोनों का एक बेटा भी है। विवाह के कुछ सालों बाद सोनी के संबंध कन्नौज जिले के ठठिया थाना क्षेत्र के बेहटा निवासी विकास द्विवेदी से हो गए। विकास अक्सर उससे मिलने गांव आता था। कई बार पति योगेश ने उन्हें पकड़ने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो सका। इस स्थिति से तंग आकर योगेश के माता-पिता गांव छोड़कर रनियां में रहने लगे।
कुछ दिन पहले सोनी मायके गई और वहां से अपना काफी सामान लेकर सोमवार को प्रेमी विकास के साथ ससुराल लौट आई। इस बार योगेश ने ठोस कदम उठाने का फैसला किया। उन्होंने पुलिस और गांव के कुछ जिम्मेदार लोगों को बुलाया और फिर सबकी मौजूदगी में गांव के मंदिर में पत्नी की प्रेमी से शादी करवा दी। शादी के बाद सोनी ने पति योगेश को एक लिखित समझौता दिया, जिसमें उसने साफतौर पर कहा कि अब उसका योगेश से कोई संबंध नहीं है और उसने वैवाहिक रिश्ता तोड़ दिया है। इसके बाद योगेश ने पत्नी को प्रेमी के साथ विदा कर दिया।
ग्राम प्रधान ने दी जानकारी
भग्गा निवादा ग्राम पंचायत के प्रधान जयचंद और प्रतिनिधि मोनी सिंह ने बताया कि यह पूरा मामला शांतिपूर्ण तरीके से निपटाया गया। कोई हंगामा नहीं हुआ और सभी पक्षों की सहमति से शादी संपन्न कराई गई। अब ये अनोखी शादी चर्चा का विषय बन गई है। सोशल मीडिया पर लोग योगेश तिवारी के फैसले को लेकर कुछ लोग उनके धैर्य और समझदारी की सराहना कर रहे हैं, तो कुछ इसे वैवाहिक संस्थाओं की गिरती स्थिति का प्रतीक मान रहे हैं।
नई मिसाल बताई जा रही ये शादी
गौरतलब है कि बीते दिनों कई ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जहां पत्नियों ने प्रेमियों के साथ मिलकर पति की हत्या तक कर दी। मेरठ की मुस्कान, इंदौर की सोनम और औरैया की प्रगति जैसे मामलों ने समाज को झकझोर दिया था। ऐसे में कानपुर देहात का यह मामला भले ही विचित्र हो, लेकिन इससे हिंसा के बिना हल निकालने की एक नई मिसाल जरूर बनी है।