हाल ही में यात्रा की तैयारियों को लेकर स्थानीय होटल, ढाबा और घोड़े-खच्चर वालों के साथ एक बैठक हुई थी। इस बैठक में कुछ लोगों ने यह मुद्दा उठाया कि कुछ गैर-हिंदू लोग धाम में मांस, मछली और शराब का व्यापार कर रहे हैं। नौटियाल के अनुसार, जो भी लोग धाम को बदनाम करने का काम करते हैं, उन पर प्रतिबंध लगना ही चाहिए। विधायक ने आगे कहा कि केदारनाथ धाम में देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं। ऐसे में उनकी आस्था का ध्यान रखना जरूरी है। एक जनप्रतिनिधि होने के नाते उनका कर्तव्य है कि वह स्थानीय लोगों की मांगों को उचित मंच पर रखें और यह सुनिश्चित करें कि गलत गतिविधियों पर रोक लगे।
कांग्रेस ने भाजपा विधायक के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि त्योहारों और धार्मिक यात्राओं के नाम पर नफरत फैलाना भाजपा का राष्ट्रीय एजेंडा है। धस्माना ने कहा कि चाहे महाकुंभ मेला हो या होली और जुमे की नमाज या आगामी चारधाम यात्रा, सभी मौकों पर भाजपा इनके बहाने अल्पसंख्यक मुस्लिम समाज को निशाना बनाकर देश और प्रदेश का सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास करती है। यह भाजपा का राष्ट्रीय एजेंडा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार बेरोजगारी, महंगाई और कानून व्यवस्था जैसे मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ऐसे मुद्दे उठाती है। धस्माना ने राज्य सरकार से चारधाम यात्रा को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने की अपील की है। उन्होंने कहा कि किसी भी धर्म, जाति या प्रांत का व्यक्ति हो, अगर वह कोई गलत काम करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। चार धाम यात्रा 30 अप्रैल से शुरू हो रही है। ऐसे में इस तरह के बयान माहौल को खराब कर सकते हैं।