20 मई को आशिक ने की थी हत्या
पुलिस ने हिसुआ के राहुल नगर गांव में घेराबंदी करके सभी 7 आरोपियों को पकड़ा। पूछताछ में पता चला कि 20 मई को आशिक ने रिया की बेरहमी से हत्या की थी। उस समय रिया के फूफा-फुआ ड्यूटी पर थे। आशिक ने रिया को पटक कर उसकी छाती पर बैठकर गला दबाया। फिर उसका सिर जमीन पर पटका। गला दबाने से रिया की गर्दन की हड्डी टूट गई और उसकी मौत हो गई। इसके बाद आशिक ने अपने दोस्तों को कमरे पर बुलाया और कहा कि रिया ने आत्महत्या की है। उसने दोस्तों को धमकी दी कि अगर वे ऐसा नहीं कहेंगे तो वह सबको फंसा देगा।
फूफा ने दी शव को छिपाने की सलाह
इसके बाद आशिक के फूफा ने शव को छिपाने की सलाह दी। आशिक ने खिड़की का शीशा अंदर से तोड़ दिया, ताकि यह लगे कि शव बाहर से देखा गया है। लेकिन पुलिस ने बताया कि कांच बाहर गिरा था, जिससे पता चला कि शीशा अंदर से तोड़ा गया है। इसके बाद शव को नीले रंग के ट्रॉली बैग में भरकर ओला (OLA) से कार बुक की गई। आशिक और उसके दोस्त शव लेकर चांदपुरा रेलवे स्टेशन के पास पहुंचे। सुनसान जगह पर कार रुकवाने से ड्राइवर को शक हुआ, लेकिन पैसे लेकर वह लौट गया। शव को रेलवे लाइन के किनारे फेंक दिया गया। 21 मई की सुबह सूर्यनगर पुलिस ने शव बरामद किया।
ये हुए हैं गिरफ्तार
गिरफ्तार आरोपियों में आशिक कुमार, उसके फूफा मुकेश कुमार, फुआ इंदु देवी, रंजीत रविदास का पुत्र राजाराम रविदास, प्यारेचंद रविदास का पुत्र राजू कुमार, सुनील रविदास का पुत्र कालू रविदास और मोहन कुमार शामिल हैं। सभी गिरफ्तार लोगों को सूर्यनगर थाना से आए इंस्पेक्टर संजीव महाजन को सौंपा गया है। पुलिस ने बताया कि आशिक ने रिया की हत्या इसलिए की क्योंकि वह उस पर शादी करने का दबाव बना रही थी। आशिक पहले से शादीशुदा था और वह रिया से शादी नहीं करना चाहता था। इसलिए उसने रिया की हत्या कर दी।