दो दिन बाद गिरेगा रात का पारा
नवंबर का दूसरा हफ्ता शुरू होने के बाद भी तापमान में खास गिरावट नहीं आई है। दिन का पारा सामान्य से 2 डिग्री तक तो रात का पारा सामान्य से 4 से 5 डिग्री तक ज्यादा दर्ज हो रहा है। शहर में शनिवार को भी अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस रहा। इससे पहले न्यूनतम तापमान 19.5 डिग्री सेल्सियस रहा।
अतुल कुमार सिंह ने बताया कि दो दिन बाद हवा के रुख में बदलाव होगा, जिसके बाद न्यूनतम तापमान में दो डिग्री की गिरावट आ सकती है, हालांकि दिन के पारे में खास बदलाव नहीं दिखेगा।
2012 से अब तक नवंबर का अधिकतम तापमान (डिग्री सेल्सियस में):
वर्ष | अधिकतम तापमान | तिथि |
2012 | 31.2 | 12 नवंबर |
2013 | 32.1 | 2 नवंबर |
2014 | 31.5 | 14 नवंबर |
2015 | 33.2 | 5 नवंबर |
2016 | 31.8 | 2 नवंबर |
2017 | 30.7 | 17 नवंबर |
2018 | 32.1 | 1 नवंबर |
2019 | 31.7 | 1 नवंबर |
2020 | 31 | 15 नवंबर |
2021 | 31.3 | 11 नवंबर |
2022 | 31.6 | 8 नवंबर |
2023 | 32.5 | 1 नवंबर |
2024 | 34.9 | 1 नवंबर |
सबसे गर्म तीन नवंबर
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मौसम विभाग की ऑब्जरवेट्री जब से लगी है, नवंबर में तीन साल सबसे अधिक गर्म रहे हैं। जिसमें इस बार के नवंबर में तीसरा सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान दर्ज किया गया है।वर्ष 1963 में नवंबर माह में 38 डिग्री सेल्सियस तक तापमान रहा था। इसके बाद वर्ष 2001 में नवंबर माह का अधिकतम तापमान 35.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, वर्ष 2024 को एक नवंबर को तीसरा सबसे गर्म नवंबर 34.9 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान के साथ दर्ज किया गया।
रात में भी गर्मी का अहसास
मौसम विभाग के डेटा के मुताबिक न्यूनतम तापमान भी गर्मी का रेकॉर्ड तोड़ रहा है। साल 2009 में न्यूनतम 21.6 डिग्री सेल्सियस रहा था। साल 1969 दूसरा सबसे गर्म नवंबर रहा, इस साल न्यूनतम तापमान 20.8 डिग्री सेल्सियस रहा। तीसरा सबसे गर्म नवंबर 1979 में 20.6 डिग्री सेल्सियस, चौथा सबसे गर्म नवंबर 1998 में 20.5 डिग्री सेल्सियस, पांचवां सबसे गर्म नवंबर 2009 रहा। इस साल 20.4 डिग्री सेल्सियस सबसे ज्यादा न्यूनतम रहा। छठा सबसे गर्म नवंबर इस साल(1 से 9 नंवबर के बीच ) दर्ज किया गया।
क्यों नहीं बढ़ी सर्दी?
पश्चिमी विक्षोभों की सक्रियता में कमी से प्रदेश में ज्यादातर स्थानों पर सामान्य से कम बारिश की संभावना जताई गई थी। जिसका असर अब दिख रहा है। वहीं सर्दी की शुरुआत में हवा का रुख पश्चिमी हो जाता है। लेकिन इस बार अब तक हवाओं का रुख पश्चिमी नहीं दिख रहा है। मौसम विभाग के एक्सपर्ट मानते हैं कि दो दिन के बाद हवा का रुख पश्चिम की ओर होगा।
हालांकि, वह भी सर्दी नहीं बढ़ा पाएंगी, क्योंकि पहाड़ों पर बर्फबारी नहीं हुई है। ऐसे में तापमान गिरने के बावजूद अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की उम्मीद है। इन्हीं कारणों की वजह से अब तक नवंबर में ठंड का अहसास नहीं हुआ है।